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AIADMK ने पत्रकारों को 'गली का कुत्ता' कहने वाले नेता को निकाला

इस विवाद की शुरुआत तब हुई एआईएडीएमके के नेता और तमिलनाडु के डिप्टी सीएम ओ पन्नीरसेल्वम स्टरलाइट विरोधी प्रदर्शन में घायल लोगों से मिलने गए थे और इस मुलाकात का कवरेज करने से मीडिया को रोक दिया गया था

FP Staff

तमिलनाडु में सत्ताधारी पार्टी एआईएडीएमके ने पत्रकारों के खिलाफ आपत्तिजनक ट्वीट करने वाले अपने आई विंग के नेता को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है. एआईएडीएमके के आईटी विंग के वरिष्ठ सदस्य हरि प्रभाकरण ने ट्वीट करके पत्रकारों को 'गली का कुत्ता' का कहा था. इस विवाद की शुरुआत तब हुई एआईएडीएमके के नेता और तमिलनाडु के डिप्टी सीएम ओ पन्नीरसेल्वम स्टरलाइट विरोधी प्रदर्शन में घायल लोगों से मिलने गए थे और इस मुलाकात का कवरेज करने से मीडिया को रोक दिया गया था. इस रोक को लेकर तमिलनाडु सरकार को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा.

हरि प्रभाकरण ने इसी प्रकरण पर पत्रकारों को कवरेज से रोकने के आदेश का समर्थन करते हुए यह आपत्तिजनक ट्वीट किया था. प्रभाकरण ने लिखा था कि 'डीसीएम के दौरे के समय पत्रकारों को शूटिंग की इजाजत नहीं है. गली के कुत्‍ते जो बिस्कुट के लिए चिल्लाते रहते हैं उन्‍हें गेट पर बांधे रखना ही ठीक है.' एक और ट्वीट में उन्होंने पत्रकारों को लोकतंत्र का जंग लगा हुआ पिलर कहा था.


इस ट्वीट के बाद एआईएडीएमके पार्टी ने कड़ा कदम उठाते हुए उन्हें सभी पदों से निकाल दिया. इस नोटिस पर ओ पन्नीरसेल्वम और पलानीसामी ने साइन किया है. इस नोटिस में यह भी कहा गया कि प्रभाकरण ने पार्टी के अनुशासन और सिद्धांतों का उल्लंघन किया है. साथ ही पार्टी सदस्यों को प्रभाकरण से किसी तरह का संपर्क न रखने को कहा गया है.

इस वजह से नहीं मिली पत्रकारों को कवरेज की इजाजत

पत्रकारों को पन्नीरसेल्वम के दौरे के वक्त शूटिंग की इजाजत न देने की वजह यह बताई जा रही थी कि मंत्री से सवाल पूछ रही एक महिला का वीडियो वायरल हो गया था. इस वीडियो में यह महिला स्टरलाइट संयंत्र को बंद करने की घोषणा के बारे में मंत्री से सवाल पूछते हुए नजर आ रही है. सूचना और प्रचार मंत्री के. राजू जिला कलेक्टर संदीप नंदूरी के साथ जैसे ही महिला के बेटे के बेड के करीब पहुंचे, उसने पूछा कि वह फैक्टरी को हमेशा के लिए बंद करने की घोषणा क्यों नहीं कर सकते.

अपने बेटे कि सिर की चोट दिखाते हुए महिला यह पूछते हुए नजर आ रही है कि अगर उनके बेटे को यह चोट लगी होती तो वह क्या करते.

वीडियो में मंत्री महिला को शांत करते हुए और यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि वह भी उसी जिले (तूतीकोरिन) के रहने वाले हैं और उसकी भावनाएं समझ सकते हैं.

ठीक उसी वक्त वीडियो में महिला के बेटे को भी यह पूछते हुए देखा जा सकता है कि क्या मंत्री लिखित में देने के लिए तैयार हैं कि फैक्टरी बंद हो जाएगा जिसपर मंत्री ने जवाब दिया, 'हम फैक्टरी चालू करने की अनुमति नहीं देंगे.'