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अटल बिहारी के समय बीजेपी कार्यकर्ता खुश नहीं थे: सुशील मोदी

वाजपेयी के समय पार्टी कार्यकर्ता और सरकार के बीच विरोधाभास की स्थिति रहती थी

FP Staff

एक तरफ बीजेपी पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं को महत्वपूर्ण भूमिका देने की योजना पर काम कर रही है. दूसरी तरफ सुशील मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी पर ही निशाना साध दिया. उन्होंने कहा कि वाजपेयी सरकार के समय बीजेपी कार्यकर्ता खुश नहीं थे. जबकि नरेंद्र मोदी सरकार के समय ऐसा नहीं है.

उन्होंने कहा कि वाजपेयी के समय पार्टी कार्यकर्ता और सरकार के बीच विरोधाभास की स्थिति रहती थी. जनता तो खुश थी, लेकिन पार्टी के लोग नहीं. इस वक्त वैचारिक तौर पर एक मजबूत परिवार की तरह बीजेपी दिख रही है. शनिवार को पटना में प्रशांत झा किताब 'हाऊ बीजेपी विन्स' नामक किताब का विमोचन के बाद अपनी बात रख रहे थे.


सुशील मोदी ने कहा कि पीएम मोदी ने कार्यकर्ता और सरकार के बीच मजबूत बंधन वाला रिश्ता बनाया है. यही वजह है कि बीजेपी लगातार चुनाव जीत रही है. सरकार के कामकाज को कार्यकर्ता ही जनता के बीच सही से पहुंचाते हैं.

लीक से हटकर सोचने की क्षमता मोदी-शाह के पास 

सुशील मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की प्रशंसा की और कहा कि पार्टी नेतृत्व की दूरदर्शिता और लीक से हटकर सोचना एक और कारक है, जिससे भाजपा अन्य दलों से आगे है. राजनीतिक दलों के नेतृत्वकर्ताओं में लगभग 90 प्रतिशत के पास ऐसी दृष्टि नहीं है.

नरेंद्र मोदी के रिस्क फैक्टर का अंजादा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब वह गुजरात के सीएम थे उस वक्त वहां नगर निकाय के चुनाव हुए, उस दौरान उन्होंने 100 प्रतिशत कैंडीडेट बदल दिए. ऐसा रिस्क उनके अलावा और कोई नहीं ले सकता.

उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी तारीफ की और कहा कि कुमार के पास भी ऐसी ही दृष्टि है.