विश्व हिंदू परिषद ने पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की महिला इकाई की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी पर हमला बोला.
पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया आतंकवादी संगठनों के साथ कथित संबंधों को लेकर जांच के घेरे में आई है.
वीएचपी के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद अंसारी बेनकाब हो गए हैं.
उन्होंने कहा, ‘जब वह उपराष्ट्रपति पद पर थे तब भी मुस्लिम समुदाय में असंतोष फैला रहे थे.' खबरों के अनुसार अंसारी कोझीकोड में एक कार्यक्रम में शामिल हुए जिसका आयोजन ‘इंस्टीट्यूट ऑफ आब्जेक्टिव स्टडीज’ ने पीएफआई की महिला इकाई ‘नेशनल वूमेंस फ्रंट’ के साथ मिलकर किया था.
जैन ने एक बयान में आरोप लगाया कि पीएफआई और कुछ नहीं बल्कि प्रतिबंधित संगठन सिमी का एक नया और विस्तारित अवतार है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पीएफआई आतंकवादी गतिविधियों और केरल में 'देशभक्तों' की हत्या में लिप्त है.
एनआईए ने कहा पीएफआई आतंकवाद में लिप्त
एनआईए ने गृह मंत्रालय को दिए एक रिपोर्ट में दावा किया है कि पीएफआई आतंकवादी हरकतों में लिप्त रहा है जिसमें आतंकवादी शिविर संचालित करना और बम बनाना शामिल है. रिपोर्ट के मुताबिक यह गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के तहत प्रतिबंधित घोषित करने का एक उपयुक्त मामला है.
पीएफआई की 23 राज्यों में मौजूदगी है और यह केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में मजबूत है.