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उपचुनाव में समर्थन के बदले मायावती को राज्यसभा भेजेगी समाजवादी पार्टी!

एसपी के शीर्ष सूत्रों के अनुसार, पार्टी बीएसपी सुप्रीमो को राज्यसभा प्रत्याशी के तौर पर अपना समर्थन देगी

FP Staff

यूपी में सियासत का नया समीकरण बनता दिख रहा है. बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने रविवार को गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए अपने धुर विरोधी समाजवादी पार्टी (एसपी) के प्रत्याशियों को समर्थन का ऐलान किया. दोनों दलों के बीच पनपी इस नई-नवेली दोस्ती में माना जा रहा है कि इस घोषणा के बाद एसपी अब बीएसपी को रिटर्न गिफ्ट देने की तैयारी में है. एसपी के शीर्ष सूत्रों के अनुसार, पार्टी बीएसपी सुप्रीमो मायावती को राज्यसभा प्रत्याशी के तौर पर अपना समर्थन देगी.

आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों को लेकर चुनाव होना है. विधानसभा के गणित के अनुसार इनमें से 8 पर बीजेपी आसानी से जीतती दिख रही है. जबकि समाजवादी पार्टी आसानी से 1 सीट अपने नाम कर लेगी, लेकिन अंतिम दसवीं सीट के लिए बीजेपी और विपक्ष के बीच घमासान होने की संभावना है. यह एक सीट जीत से कहीं ज्यादा वर्चस्व कायम करने की लड़ाई का आधार मानी जा रही है.

मायावती को इससे पहले लालू यादव की पार्टी आरजेडी की तरफ से राज्यसभा भेजने का ऑफर मिला था लेकिन तब उन्होंने इसे ठुकरा दिया था. मगर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस से अगर उनकी पार्टी बीएसपी का गठबंधन होता है तो राज्यसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी के तौर पर तीनों पार्टियों से सबसे बड़ा नाम अगर कोई आता है तो वह मायावती ही हैं.

मायावती

उधर संभावनाओं को लेकर कांग्रेस भी इंतजार की मुद्रा में दिख रही है. यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता द्विजेंद्र त्रिपाठी कहते हैं कि यूपी विधानसभा में हमारे पास 7 सीटें हैं. जाहिर है कि हम किसी भी सीट को निकाल पाने की स्थिति में नहीं हैं. लेकिन राजनीतिक संभावनाएं तलाशी जा सकती हैं. पार्टी हित में जो भी जरूरी होगा पार्टी हाईकमान वही फैसला करेगा.

राज्यसभा चुनाव की गणित

- राज्यसभा सदस्य के निर्वाचन का अधिकार विधानसभा सदस्य को होता है. यूपी में 403 विधानसभा सीटें हैं. यहां राज्यसभा की 10 सीटों के लिए चुनाव होना है.

- चुनाव का फॉर्मूला है, खाली सीटें में एक जोड़ से विधानसभा की सदस्य संख्या से भाग देना. निष्कर्ष में भी एक जोड़ने पर जो संख्या आती है. उतने ही वोट एक सदस्य को राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए चाहिए.

- यूपी विधानसभा में सदस्यों की संख्या 403 है. राज्यसभा की खाली सीट है 10. यानी 10 सीटों में 1 को जोड़ा तो हुए 11. अब 403 को 11 से भाग देते हैं तो आता है 36.63. इसमें 1 जोड़ा जाए तो आते हैं 37.63. यानी यूपी राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए एक सदस्य को औसतन 38 विधायकों का समर्थन चाहिए.

- इस लिहाज से आकड़े की बात करें को बीजेपी गठबंधन के खाते में 8, जबकि एसपी के खाते में एक सीट जा रही है क्योंकि एसपी के पास 47 विधायक हैं. वहीं, बची एक सीट के लिए विपक्ष का एकजुट होना जरूरी है क्योंकि एसपी की बची 10, बीएसपी की 19 और कांग्रेस की 7 सीटें मिलाकर ही अपने संयुक्त उम्मीदवार को राज्यसभा भेज सकते हैं.

उत्तर प्रदेश विधानसभा में पार्टियों की स्थिति

बीजेपी- 312

एसपी- 47

बीएसपी- 19

अपना दल (सोने लाल)- 9

कांग्रेस- 7

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी- 4

आरएलडी- 1

निर्बल इंडिया शोषित हमारा आम दल - 1

निर्दलीय- 3

नाम निर्देशित- 1

उत्तर प्रदेश में राज्यसभा के लिए 31 सीटें

8 सीट पर जीत के बाद बीजेपी गठबंधन के पास बचेंगे- 21 विधायक

एसपी की 1 सीट पर जीत के बाद बचेंगे- 9 विधायक

महागठबंधन होने की स्थिति में बीएसपी के 19, एसपी के 9, कांग्रेस के 7 मिलाकर कुल 35 विधायक हो जाएंगे

इसमें 3 निर्दलियों और लोकदल का एक विधायक विपक्ष के गठंधन के लिए अहम साबित हो सकता है.