पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने रविवार को ट्वीट कर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर पलटवार करते हुए कहा कि इस बात की चर्चा है कि उन्हें कैबिनेट से हटाया जाएगा और आयकर विभाग का वकील नियुक्त किया जाएगा.
चिदंबरम का ट्विटर पर यह तंज रक्षा मंत्री के उस बयान के बाद आया है, जिसके तहत उन्होंने (सीतारमण ने) कहा है कि क्या चिदंबरम के परिवार के सदस्यों के खिलाफ आयकर विभाग का आरोपपत्र दाखिल करना कांग्रेस पार्टी का ‘नवाज शरीफ मोमेंट’ है.
सीतारमण ने विदेश स्थित संपत्ति का खुलासा नहीं करने को लेकर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ को अयोग्य करार दिए जाने के पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए यह कहा.
सीतारमण ने संवाददाताओं से कहा, ‘हम नवाज शरीफ मोमेंट देख रहे हैं.’
इस पर चिदंबरम ने पलटवार करते हुए ट्वीट कर कहा, ‘दिल्ली में यह चर्चा है कि निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्री के पद से हटाया जाएगा और आयकर विभाग का वकील नियुक्त किया जाएगा. बार में स्वागत है.’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने सत्तारूढ़ बीजेपी को विदेश से कालाधन वापस लाने और हर भारतीय नागरिक के बैंक खाते में 15 लाख रुपए जमा करने के उसके 2014 के चुनावी वादे को पूरा करने में नाकाम रहने की भी याद दिलाई.
उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का नाम लिए बगैर कहा, ‘भारत की सबसे धनी राजनीतिक पार्टी के अध्यक्ष अरबों डॉलर का सपना देख रहे हैं! काला धन वापस लाइए और उसे हर भारतीय के खाते में डालिए, जैसा कि आपने वादा किया था.’
रक्षा मंत्री ने चिदंबरम के बहाने राहुल पर साधा था निशाना
गौरतलब है कि आयकर विभाग ने विदेश स्थित संपत्ति का खुलासा नहीं करने को लेकर 11 मई को चिदंबरम की पत्नी, बेटे कार्ति, पुत्रवधू श्रिनिधि और एक कंपनी के खिलाफ कालाधन अधिनियम के तहत आरोपपत्र दाखिल किया था.
वहीं, सीतारमण ने यह भी कहा कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता की संलिप्तता वाले मुद्दे की जांच करेंगे.
उन्होंने कहा कि सवालों के घेरे में रहे कुछ वित्तीय लेन-देन को लेकर जमानत पर चल रहे कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष को निश्चित रूप से टिप्पणी करनी चाहिए और समूची पार्टी और भारत के लोगों को बताना चाहिए कि क्या वह इसकी जांच करने जा रहे हैं.
सीतारमण ने कहा कि मोदी सरकार काला धन पर कानून ले कर आई क्योंकि इसने देश-विदेश में रखे कालाधन से लड़ने का लोकसभा चुनाव से पहले वादा किया था.