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राम मंदिर निर्माण के लिए 2019 से पहले एक अध्यादेश लाया जाए: शिवसेना

उत्‍तर प्रदेश के अयोध्या में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर शिवसेना भी अपने तेवर तल्ख कर चुकी है.

FP Staff

उत्‍तर प्रदेश के अयोध्या में राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर शिवसेना भी अपने तेवर तल्ख कर चुकी है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शनिवार को अयोध्या दौरे पर राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर दबाव बनाने की कोशिश करते हुए दिखाई दिए. वहीं शिवसेना ने राममंदिर निर्माण के लिए 2019 से पहले एक अध्यादेश लाने की मांग की.

उद्धव ठाकरे ने अयोध्या में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उद्धव ने कहा, पिछले साढ़े चार साल से राम मंदिर के मुद्दे पर बीजेपी सोयी हुई है. अब सरकार इस मुद्दे पर बिल लाए या फिर अध्यादेश, हम सर्मथन करेंगे. उन्होंने कहा 'मेरे अयोध्या आने के फैसले पर कुछ लोगों ने आपत्ति जताई. उनका कहना था कि मैं चुनाव की वजह से अयोध्या जा रहा हूं. धर्म की राजनीति कर रहा हूं. लेकिन मैं यहां किसी तरह की राजनीति करने नहीं आया. मैं एक विरासत, एक विचारधारा लेकर आया हूं.'


शिवसेना ने बीजेपी का नाम लिए बिना उसकी तुलना कुंभकर्ण से की जो कि अपनी लंबी नींद के लिए जाना जाता है. उद्धव ने कहा 'मैं सोए हुए कुंभकर्ण को जगाने आया हूं. कुंभकर्ण आज भी है. जिसे जागे हुए 4.5 साल हो गए. वादा करने पर पूरा करना ही होगा. मैं वचन देता हूं कि मंदिर बनने के बाद रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या जरूर आऊंगा. मंदिर वहीं बनाएंगे पर तारीख नहीं बताएंगे. आज मंदिर कब बनेगा इसकी तारीख बतानी होगी. पहले मंदिर बनाओ की मंदिर कब बनेगा, बाकी बातें बाद में होगी.'

सरकार पर निशाना साधते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि अटल जी की मिली जुली सरकार थी. इसलिए माना जा सकता है कि तब मंदिर बनाना कठिन था. लेकिन आज की सरकार तो ताकतवर है. आज केंद्र और राज्य दोनों में ही बीजेपी की सरकार है. साथ ही शिवसेना ने अपनी मांग दोहराई कि राममंदिर निर्माण के लिए 2019 से पहले एक अध्यादेश लाया जाए.