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कोटखाई गैंगरेप-मर्डर केस में सीबीआई कसने लगी है शिकंजा

कोर्ट ने एसआईटी से मामले को लेकर सभी एसआईटी सदस्यों से शपथ पत्र मांगा है. अगली सुनवाई 31 अगस्त को होगी.

Ravishankar Singh

पिछले महीने हिमाचल प्रदेश में एक स्कूली छात्रा की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड की गूंज शिमला सहित राज्य के कई जिलों में सुनाई दी थी. हिमाचल प्रेदश से लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर तक लोगों ने घटना के विरोध में मार्च किया था. मामले की गंभीरता समझते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार ने घटना की जांच सीबीआई को सुपुर्द कर दी थी.

सीबीआई की शुरुआती जांच की दिशा सोशल साइट पर सक्रिय कुछ ऐसे लड़कों पर गई थी, जिन्होंने गुड़िया की फोटो को फेसबुक पर डाला था.


सीबीआई ने मंगलवार को उन लड़कों के घरों पर छापा मारा है, जिन लड़कों का फोटो सीएम के फेसबुक वॉल पर गुड़िया की हत्या के बाद वायरल हुआ था. सीबीआई ने ये सर्च रेड हलाइला क्षेत्र में तीन युवकों के गांवों में बने घरों और शिमला स्थित ठिकानों पर की है.

तीन आरोपियों पर हुई छापेमारी की कार्रवाई

गुड़िया रेप और हत्याकांड में आरोपी बनाए गए आशीष चौहान के अलावा दो अन्य युवकों प्रशांत उर्फ हैप्पी नेगी और ईशान के घरों पर भी छापेमारी की गई है.

सीबीआई अधिकारी इस छापेमारी को जांच का एक अहम हिस्सा मान रहे हैं. मामले में इन लड़कों का रोल है या नहीं, इस पर सीबीआई सूत्रों ने अभी चुप्पी साधी हुई है.

सीबीआई सूत्रों की मानें तो इन युवाओं के घरों से कई अहम दस्तावेज और इलेक्ट्रानिक उपकरणों को कब्जे में ले लिया गया है. इनमें कुछ के दांतों के नमूने भी लिए गए हैं.

सीबीआई पिछले कई दिनों से इस हत्याकांड को लेकर शिमला में डेरा डाल रखा है. दो महीने पहले फेसबुक पर आधा दर्जन युवकों के फोटो वायरल हुए थे, लेकिन सीबीआई ने इस कार्रवाई को केवल तीन युवकों के घरों पर ही अंजाम दिया है.

सीबीआई गुड़िया मामले से इन युवकों का कनेक्शन खोज रही है. सीबीआई को कुछ बातों पर संदेह है. पिछले कई दिनों से इन युवाओं और इनके परिजनों के मोबाइल फोन तक सीबीआई की ऑब्जर्वेशन पर रखे बताए जा रहे थे, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है.

सीएम कार्यालय भी जांच के दायरे में

सीबीआई ने छापेमारी से पूर्व सीएम के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल से भी पूछताछ की है. सीबीआई की जांच का दायरे में अब हिमाचल प्रदेश के सीएम कार्यालय भी आ गया है.

घटना के बाद सीएम के फेसबुक अकाउंट से कुछ फोटो अपलोड किए गए थे. जैसे ही सुछ संदिग्धों के फोटो अपलोड हुए तो लोगों को यकीन हो गया था कि असली आरोपी है. जबकि, हिमाचल पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया था. इन 6 लोगों में एक भी वह लड़का नहीं था जिसका सीएम के फेसबुक अकाउंट से फोटो वायरल हुआ था.

सीबीआई ने कोटखाई रेप और मर्डर मामले में जांच का दायरा धीरे-धीरे बढ़ा दिया है. सीबीआई के जांच अधिकारी गैंगरेप और मर्डर को लेकर पुख्ता सबूत जुटाने के लिए संदिग्धों के घर पर लगातार छापा मार रही है.

सीबीआई इस मामले पर लगातार सबूत जुटा रही है. सीबीआई सूत्र के मुताबिक इस छापे के माध्यम से सीएम के फेसबुक अकाउंट से फोटो वायरल होने का सच भी सामने आ जाएगा.

हिमाचल पुलिस ने 12 जुलाई को 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जिनमें नेपाली मूल के सूरज की भी गिरफ्तारी हुई थी. सूरज की कोटखाई थाने में ही दूसरे गिरफ्तार आरोपी राजू ने हत्या कर दी थी. हिमाचल पुलिस ने राजू के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था.

लेकिन, सीबीआई की तफ्तीश में हिमाचल पुलिस की यह कहानी झूठी साबित हो रही है. सीबीआई जल्द ही हिमाचल प्रदेश पुलिस के कुछ अधिकारियों को आरोपी बना सकती है.

सुनवाई भी रुकी

दूसरी तरफ कोटखाई गैंगरेप और मर्डर के आरोपी आशीष चौहान की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट की जस्टिस सीवी बारोवालिया की कोर्ट ने सुनवाई से इंकार कर दिया है. जज ने सिंगल बेंच होने के चलते इस आवेदन पर सुनवाई से इनकार कर दिया और कहा कि मामले पर हाईकोर्ट की उपयुक्त बेंच सुनवाई करेगी.

जानकारी के मुताबिक, आरोपी पक्ष ने सीबीआई को पार्टी नहीं बनाया. जबकि राज्य सरकार को पार्टी बनाया गया है. कोर्ट का कहना है कि आरोपी सीबीआई की हिरासत में है इसलिए सीबीआई को भी पार्टी बनाया जाए.

इससे पहले, आरोपी आशीष चौहान ऊर्फ आशु ने सोमवार को हाईकोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दायर की थी. इस पर मंगलवार को हाईकोर्ट में जस्टिस सीवी बारोवालिया की बेंच में सुनवाई होनी थी.

आशीष चौहान मामले के छह आरोपियों में से एक है. हालांकि एक आरोपी की थाने में संदिग्ध हालात में हत्या कर दी गई थी.

कोर्ट ने मांगा शपथ पत्र

दो बार जांच रिपोर्ट सीबीआई दी चुकी है कोर्ट को इससे पहले सीबीआई इस मामले में दो बार जांच रिपोर्ट कोर्ट को सौंप चुकी है. 17 अगस्त को हुई सुनवाई में मामले में पार्टी बनाई गई पुलिस एसआईटी की टीम आईजी जैदी समेत कोर्ट में पेश हुई थी.

कोर्ट ने एसआईटी से मामले को लेकर सभी एसआईटी सदस्यों से शपथ पत्र मांगा है. 24 अगस्त तक एसआईटी सदस्य अपना-अपना शपथ पत्र पेश कर सकते हैं. अगली सुनवाई 31 अगस्त को होगी. इसी दिन सीबीआई को जांच की अंतिम रिपोर्ट कोर्ट में पेश करनी है.

हम आपको बता दें कि चार जुलाई को कोटखाई की छात्रा स्कूल से लौटते वक्त लापता हो गई थी. इसके बाद छह जुलाई को कोटखाई के जंगल में बिना कपड़ों के उसकी लाश मिली थी. छात्रा की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी. मामले में छह आरोपी पकड़े गए थे.