विपक्षी नेता शरद यादव ने शुक्रवार को बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह अपना चुनावी वादा पूरा करने की जगह शहरों, गलियों और सड़कों के नाम बदलने के ड्रामा में लगी हुई है.
यादव ने केंद्र और राज्यों में बीजेपी की सरकारों से कहा कि वे चुनावों से पहले किए अपने वादे पूरे करें. उन्होंने एक बयान में कहा, 'प्रत्येक शहर के नाम के पीछे एक इतिहास है और इतिहास को बदलना किसी एक राजनीतिक पार्टी का
अधिकार नहीं है. बीजेपी ऐसी चीजें करने में व्यस्त है जिसका देश की प्रगति और विकास से कुछ लेना देना नहीं है.'
उन्होंने कहा कि सरकार को अपना समय बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने, किसानों की आय बढ़ाने, विदेश से काला धन वापस लाने और चुनाव से पहले किए गए वादों को पूरा करने में लगाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'वे ऐसे ड्रामा में लिप्त हैं जिससे किसी की भलाई नहीं होने वाली.'
इससे पहले लोकतंत्रिक जनता दल (एलजेडी) के संरक्षक शरद यादव ने केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन पर गंभीर हमले किए थे. उन्होंने कहा था कि स्वतंत्रता के बाद से किसी अन्य सरकार ने देश को इतना नुकसान नहीं पहुंचाया जितना मौजूदा सरकार ने पहुंचाया है. यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा था कि वह 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान लोगों से किए वादों को पूरा करने में वह पूरी तरह से नाकाम रहे हैं.
यादव ने कहा था, 'नरेंद्र मोदी ने एक के बाद एक कई झूठे वादे किए थे. लोग कीमतों में वृद्धि को लेकर परेशान हैं (लगभग हर वस्तु का). पेट्रोल-डीजल की कीमतें दैनिक आधार पर बढ़ रही हैं. केंद्र ने अकेले पेट्रोलियम उत्पादों के कारण 11 लाख करोड़ रुपए जमा किए हैं.' इसी के साथ उन्होंने पीएम मोदी द्वारा की गई नोटबंदी की भी आलोचना की थी. उन्होंने कहा था, 'नोटबंदी के कारण लगभग सात करोड़ लोगों ने अपनी नौकरियां खो दी.'
(एजेंसी इनपुट के साथ)