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सौभाग्य योजना: 2019 में बीजेपी के लिए कितनी सौभाग्यशाली साबित होगी?

मोदी सरकार की नजर 2019 पर है, ऐसे में कुछ और लोक-लुभावन और गरीब कल्याण से जुड़ी योजनाओं की घोषणा हो सकती है

Amitesh

हर घर में बिजली पहुंचाने के वादे के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बड़ी महत्वाकांक्षी योजना का आगाज कर दिया है. देश के हर गरीब के घर के अंधेरे को मिटाकर घर-घर में उजाले लाने के मकसद से प्रधानमंत्री ने इस योजना की शुरुआत कर दी है. इस योजना का नाम ‘प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना’ रखा गया है जिसे ‘सौभाग्य योजना’ के नाम से प्रचारित किया जा रहा है.

मार्च 2019 तक देश के हर घर में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य


पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर शुरू की गई इस योजना के तहत मार्च 2019 तक देश के हर घर में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके पहले पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्राम-ज्योति योजना के तहत हर गांव में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें काफी हद तक काम भी हो चुका है.

लाल किले की प्राचीर से किए गए प्रधानमंत्री के ऐलान के बाद 1000 दिनों के भीतर देश के हर गांव में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. अब तक देश के 15000 गांवों में बिजली पहुंचा दी गई है. अब कोशिश है बाकी बचे तीन हजार गांवों में जल्द से जल्द बिजली पहुंचाने की. यह काम तय वक्त से पहले पूरा हो रहा है.

लेकिन, बात इतने भर से नहीं बनने वाली. केवल बिजली के खंभे हों और गरीबों के घर में अंधेरा ही छाया रहे तो इसका क्या फायदा? मोदी ने अब हर गरीब के घर में मुफ्त बिजली कनेक्शन देने का फैसला किया है. यह पूरी कवायद हो रही है आजादी के 70 साल बाद तक मुख्यधारा से कटे गांवों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने की. कवायद है गरीबों के घर तक विकास की किरण को पहुंचाने की, जिससे गरीब अब तक वंचित रहा है.

हर परिवार को 5 LED बल्व, 1 बैट्री और 1 पंखा दिया जाएगा

सौभाग्य योजना के तहत देश के लगभग चार करोड़ परिवारों के घरों में बिजली का कनेक्शन मुफ्त में दिया जाना है. सरकार 16 हजार करोड़ से भी ज्यादा की धनराशि खर्च कर गरीबों के घर में उजाला लाने की तैयारी में है. इसके लिए हर परिवार को पांच एलईडी बल्व, एक बैट्री और एक पंखा दिया जाएगा.

इन गरीबों का सौभाग्य है कि इसके लिए उन्हें सरकारी बाबुओं और पंचायत के मुखिया के दरवाजे पर चक्कर नहीं काटना पड़ेगा. ये सभी कर्मचारी इन गरीबों के घरों के चक्कर काटते नजर आएंगे और खुद इनके घर जाकर मुफ्त में बिजली कनेक्शन पहुंचाएंगे.

प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से लॉंन्च की गई इस योजना को अगले लोकसभा चुनाव से पहले बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि 2019 के आम चुनाव से पहले मोदी सरकार चार करोड़ गरीब परिवारों को सीधे अपनी तरफ खींचने की कोशिश कर रही है. अगर योजना सफल हो गई तो यह बड़ा गेमचेंजर साबित हो सकती है.

सौभाग्य योजना को लॉंन्च करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने इसके संकेत भी दे दिए हैं. मोदी ने कांग्रेस की पिछली सरकार की नाकामियों का जिक्र कर साफ कर दिया कि उनकी सरकार आने के बाद से हालात बदल रहे हैं. अब ना पावर ग्रिड फेल होने दिया जा रहा है और ना ही कोयले की खपत कम हो रही है. अब तो बिजली का उत्पादन भी सरप्लस होने लगा है. प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि पहले से 12 फीसदी ज्यादा बिजली का उत्पादन हो रहा है.

मोदी ने एक बार फिर अपने को गरीबों जोड़ लिया

मोदी ने गरीब के सपने को अपनी सरकार का सपना बताते हुए खुद को गरीबों का हितैषी बताया. बचपन के दिनों में अपनी गरीबी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने भी बचपन में बिना बिजली लालटेन से पढ़ाई की है. ऐसा कर मोदी ने एक बार फिर अपने को गरीबों जोड़ लिया.

उज्ज्वला योजना के जरिए देश के गरीब परिवारों को मुफ्त में गैस कनेक्शन दिलाकर पीएम मोदी ने उन करोड़ों परिवारों का दिल जीत लिया. अब उनके घरों को रोशन कर कोशिश है उनके दिलों में जगह बनाने की. नजर 2019 पर है तो लक्ष्य चुनाव से ठीक पहले मार्च 2019 तक का रखा गया है.

मोदी सरकार के कार्यकाल का महज डेढ़ साल का वक्त बचा है. ऐसे में कुछ और लोक-लुभावन और गरीब कल्याण से जुड़ी योजनाओं की घोषणा हो सकती है. लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी के लिए सबसे बड़ी चुनौती इन सभी योजनाओं के बारे में जनता को बताने की होगी.

बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मोदी ने इस बात के संकेत भी दिए हैं. कोशिश इस बात की हो रही है कि बीजेपी के पूर्णकालिक कार्यकर्ता देश के हर गांव में हों जो कि इस तरह के कामों में सरकार की योजनाओं को ठीक से लागू करने में मदद भी करें. साथ ही इस तरह की योजनाओं के बारे में लोगों को भी बताएं जिससे श्रेय मोदी सरकार को मिले.