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राहुल गांधी और अखिलेश यादव की टूट गई दोस्ती!

अखिलेश यादव ने कहा, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन का कोई फायदा नहीं हुआ, लिहाजा अब 2019 के लिए गठबंधन नहीं किया जाएगा

FP Staff

राहुल गांधी और अखिलेश यादव को कभी एक साइकिल के दो पहिया और गंगा-यमुना कहा जाता है. लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि साइकिल के ये दोनों पहिए अलग हो गए हैं.

समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने मंगलवार को इस बात से इनकार कर दिया कि 2019 में वह कांग्रेस पार्टी के साथ हाथ मिलाने वाले हैं. उनका कहना है कि अभी उनका मकसद अपनी पार्टी को मजबूत बनाना है.


अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन से यूपी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को कोई फायदा नहीं हुआ था. 2017 के विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर 403 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में बीजेपी को 325 सीटें मिली थीं. एसपी को 47 और कांग्रेस के खाते में सिर्फ 7 सीटें ही आई थीं.

अखिलेश यादव ने कहा, 'अभी लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी को मजबूत बनाने का वक्त है. राहुल गांधी जी के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं लेकिन अभी हम कोई गठबंधन करने नहीं जा रहे हैं.' उन्होंने कहा, हमें गठबंधन नहीं करना है, लिहाजा सीटों पर बातचीत करना वक्त की बर्बादी है.

इस बैठक में उन सीटों के जिलाध्यक्षों और पदाधिकारियों से फीडबैक लिया गया, जहां पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा. जिन सीटों पर गठबंधन की वजह से प्रत्याशी नहीं खड़े हुए नेताओं ने पार्टी आलाकमान को बताया कि गठबंधन से समाजवादी पार्टी को कोई फायदा नहीं हुआ है.