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सत्यपाल मलिक ने फैक्स भेजने को कहा था, अब तथ्यों से छेड़छाड़ कर रहे हैं: सज्जाद लोन

मीडिया से बात करते हुए सज्जाद लोन ने कहा कि पिछले चार-पांच दिनों से मैं देख रहा हूं कि तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश किया जा रहा है. मुझे दुख है कि इस काम में राज्य के राज्यपाल भी शामिल हैं

FP Staff

जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग होने के बाद से नेताओं का एक दूसरे पर आरोप लगाने का सिलसिला थम नहीं रहा है. अब पीपुल्स कॉन्फ्रेंस पार्टी के नेता सज्जाद लोन ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक पर सत्य से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है. मलिक ने कहा था कि उन्होंने विधानसभा इसलिए भंग कर दी क्योंकि वे सज्जाद लोन को सरकार बनाने के लिए नहीं बुलाना चाहते थे.

मगलवार को मीडिया से बात करते हुए सज्जाद लोन ने कहा कि पिछले चार-पांच दिनों से मैं देख रहा हूं कि तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश किया जा रहा है. मुझे दुख है कि इस काम में राज्य के राज्यपाल भी शामिल हैं.


लोन ने दावा किया कि गवर्नर ने ही उनसे फैक्स भेजने के लिए कहा था और मेरी पार्टी ने तीन घंटे तक उन्हें फैक्स भेजने का असफल प्रयास किया. जब लोन की पार्टी फैक्स भेजने की कोशिश कर रही थी तभी पीडीपी ने सरकार बनाने का दावा पेश करने वाला लेटर सोशल मीडिया पर डाल दिया.

21 नवंबर को पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने राज्यपाल को फैक्स करके सरकार बनाने का दावा पेश किया था. पीडीपी ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायकों का समर्थन मिलने का दावा किया था. वहीं पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश किया था. लेकिन इसके कुछ घंटों बाद ही राज्यपाल ने विधानसभा भंग कर दी थी.

न्यूज-18 की खबर के मुताबिक, सज्जाद लोन ने कहा 'कुछ लोगों का मानना है कि महबूबा मुफ्ती को इस बात की भनक लग गई थी कि हम सरकार बनाने का दावा पेश करने वाले हैं. इसलिए उन्होंने आनन फानन में सरकार बनाने के दावे वाली चिट्ठी ट्विटर पर पोस्ट कर दी. हमारे पास पर्याप्त समर्थन था और हम सरकार बनाने में कामयाब हो जाते.'