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केपीएस गिल को श्रद्धांजलि देने पर अकाली ने किया विधानसभा से वॉकआउट

केपीएस गिल को पंजाब से आतंकवाद को उखाड़ फेंकने वाले पुलिस अधिकारी के रूप में जाना जाता है

FP Staff

पंजाब से आतंक का सूपड़ा साफ करने वाले पूर्व डीजीपी केपीएस गिल को जब पंजाब विधानसभा में श्रद्धांजलि दी गई तो पूरी सभा में शोरशराबा मच गया. ये शोर पंजाब में खेती के गिरते स्तर या ड्रग्स से मुक्ति के लिए नहीं था. ये विरोध था केपीएस गिल को श्रद्धांजलि देने के खिलाफ.

विरोध की शुरुआत शिरोमणि अकाली दल ने की. इस विरोध में साथ देने वाला नया नाम आम आदमी पार्टी का है. आम आदमी पार्टी जहां एक तरफ चुनाव में अकाली दल के विरोध में थी. लेकिन जब केपीएस गिल को श्रद्धांजलि दी गई तो उन्होंने भी इसमें सुर से सुर मिलाए. शिरोमणि अकाली दल और लोक इंसाफ पार्टी ने सदन से विरोध में वॉकआउट भी किया.


हालांकि अकाली दल की सहयोगी बीजेपी के सदस्यों ने गिल को श्रद्धांजलि दिए जाने पर कोई आपत्ति नहीं जताई. आम आदमी पार्टी ने शोक संदेश में गिल का नाम जोड़े जाने का विरोध किया. केपीएस गिल को पंजाब से आतंकवाद को उखाड़ फेंकने वाले पुलिस अधिकारी के रूप में जाना जाता है.

शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने विधानसभा के बाहर कहा, यह आश्चर्यजनक है कि मुख्यमंत्री और अध्यक्ष दोनों ने सिख समुदाय की आवाज का निरादर करने का विकल्प चुना और विधानसभा में आज पढ़े गए शोक संदेश से पूर्व पुलिस निदेशक का नाम नहीं हटाया.

सदन में आत्महत्या करने वाले किसानों, मादक पदार्थ के चलते जान गंवाने वालों और अभिनेता एवं गुरदासपुर से चार बार लोकसभा सांसद रहे विनोद खन्ना सहित कई जानी मानी हस्तियों को भी श्रद्धांजलि दी गई.

सुपरकॉप कुंवर पाल सिंह गिल का 82 साल की उम्र में गत 26 मई को दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली. गिल की मौत किडनी फेल होने की वजह से हुई. वो लंबे समय से दिल की बीमारी से जूझ रहे थे.