भारत और चीन के बीच सिक्किम स्थित डोकलाम सीमा पर लगभग एक महीने से तनाव बना हुआ है. डोकलाम पर चीन और भारत की सेनाएं डटी हुई हैं. चीन डोकलाम इलाके में सड़क बनाना चाहता है और इसे अपना हिस्सा बता रहा है. जबकि भारत और भूटान इसे विवादित क्षेत्र कहकर चीन के इस कदम का कड़ाई से विरोध कर रहे हैं.
पिछले कुछ दिनों से चीन ने डोकलाम इलाके में अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ा दी हैं और वहां गोलाबारूद भी जमा कर रहा है. चीन की मीडिया लगातार युद्ध की धमकी भी दे रही है.
पांच बार करें इस मंत्र का जाप
इसी बीच इस मुद्दे से निपटने के लिए आरएसएस एक मंत्र जाप से चीन को काबू करना चाहता है. मेल टुडे की खबर के मुताबिक आरएसएस चीन की 'असुर शक्ति' (बुरी) को इस मंत्र से काबू में करने की बात कह रहा है.
आरएसएस ने हिंदू हो या मुसलमान, संगठन ने मंत्र का जाप सभी धर्मों के लोगों से प्रार्थना करने से पहले करने की अपील की है. सभी भारतीय से 'कैलाश, हिमालय और तिब्बत चीन की असुर शक्ति से मुक्त हों' मंत्र का जाप पूजा या नमाज से पहले पांच बार करने की अपील की गई है.
इस मुद्दे पर आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने मेल टुडे से बातचीत में कहा, 'इससे न सिर्फ चीन को नुकसान पहुंचेगा, बल्कि यह हमारी आध्यात्मिक ऊर्जा को भी बढ़ाएगा और सकारात्मक प्रभाव होगा.'
इसके अलावा कुमार ने चीनी सामान के बहिष्कार की बात भी कही. खबर के मुताबिक उन्होंने कहा, 'चीनी वस्तुओं के भारतीय बाजार में आने से कई भारतीयों का रोजगार छिना है. लोगों को दिवाली, राखी, ईद जैसे त्योहारों पर चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करना चाहिए.'
सीमा पर चीन के साथ बढ़ते तनाव के मद्देनजर आरएसएस की सहयोगी शाखा स्वदेशी जागरण मंच ने चीनी सामान का बहिष्कार किया है और लोगों से भी ऐसा करने की अपील की है. 22 जुलाई को स्वदेशी जागरण मंच ने नागपुर में चीनी कंपनी चाइना रेलवे रोलिंग स्टॉक प्रोजेक्ट का विरोध भी किया है. जागरण मंच के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है कि वह 851 करोड़ रुपए के निवेश से हुए इस सौदे को रद्द कर दें.