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BJP जब भी किसी मुद्दे पर घिरती है तो मेरा नाम उछालती है: रॉबर्ट वाड्रा

रॉबर्ड वाड्रा का ये बयान बीजेपी के उस बयान के बाद आया है जिसमें उसने कहा था कि यूपीए सरकार रॉबर्ट वाड्रा और संजय भंडारी की कंपनी को बिचौलिए के तौर पर इस्‍तेमाल करना चाहती थी

FP Staff

राफेल सौदा मामले में रॉबर्ट वाड्रा ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि शुरुआत में जब किसी भी मामले में बीजेपी मेरा नाम उछालती थी तो मुझे हैरानी होती थी लेकिन अब ये एक आम बात हो गई है. जब भी बीजेपी किसी मुद्दे पर घिरती है, तभी वो मेरा नाम उछालती है, फिर वो चाहे रुपए में आई गिरावट हो या तेल के बढ़ते दाम हो या फिर राफेल के मामले में देश को बेच खाना ही क्यों न हो.

उन्होंने कहा कि ये बात बीजेपी और मौजूदा सरकार अच्छे तरीके से जानती है कि वे पिछले चार साल से मेरे खिलाफ निराधार राजनीति करने में जुटे हुए हैं.

रॉबर्ट वाड्रा ने क्यों दिया ये बयान?

रॉबर्ड वाड्रा का ये बयान बीजेपी के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उसने कहा था कि यूपीए सरकार रॉबर्ट वाड्रा और संजय भंडारी की कंपनी को बिचौलिए के तौर पर इस्‍तेमाल करना चाहती थी. जब यह नहीं हो सका तो कांग्रेस इस डील को खत्‍म कराकर बदला लेना चाहती है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को ये बयान दिया था.

वहीं मंगलवार को बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था कि राफेल डील में रॉबर्ट वाड्रा को दलाली नहीं मिली इसलिए कांग्रेस ने इस डील को पूरा नहीं होने दिया. पात्रा ने कहा था , 'राफेल डील में कांग्रेस को कमीशन खाने को नहीं मिला इसलिए कांग्रेस छटपटा रही है. रॉबर्ट वाड्रा के दोस्त संजय भंडारी की कंपनी ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशन को 2014 में मोदी सरकार ने लाल झंडा दिखा दिया जबकि कांग्रेस की सरकार में यह रक्षा सौदों में दलाली करके देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करते थे.'

उन्होंने कहा, 'हथियारों के दलाल संजय भंडारी ने रॉबर्ट वाड्रा के लिए लंदन में 19 करोड़ रुपए का फ्लैट खरीदा. राफेल खरीद से संबंधित गोपनीय दस्तावेज भंडारी के घर से निकले, आखिर ये कागज वहां कैसे पहुंचे. जबकि यह कागज तो रक्षा मंत्रालय में होने चाहिए थे.'