RLSP चीफ उपेन्द्र कुशवाहा ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. न्यूज एजेंसी ANI के सूत्रों के मुताबिक कुशवाहा ने आखिरकार मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. कुशवाहा दोपहर 2 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं, जिसमें वो अपनी पार्टी के एनडीए से अलग होने का ऐलान करेंगे. बताया जा रहा है कि इसके साथ ही वो साढ़े तीन बजे विपक्ष के महागठबंधन की होने वाली बैठक में भी हिस्सा ले सकते हैं.
इसके पहले खबर आई थी कि उपेन्द्र कुशवाहा ने आज होने वाली एनडीए की बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है. पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले एनडीए ने अपने घटक दलों की अहम बैठक बुलाई है, इसमें उपेन्द्र कुशवाहा ने शामिल होने से इनकार कर दिया था.
उपेन्द्र कुशवाहा 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट बंटवारे के मसले पर काफी वक्त से बीजेपी से नाराज चल रहे हैं. पिछले काफी वक्त से कयास लगाए जा रहे हैं कि वो कभी भी एनडीए छोड़कर महागठबंधन का हिस्सा हो सकते हैं.
बिहार की 40 सीटों को लेकर सीट शेयरिंग के फॉर्मूले से उपेन्द्र कुशवाहा नाराज चल रहे थे. सीट शेयरिंग के फॉर्मूले के मुताबिक बीजेपी-जेडीयू ने 17-17 सीटों पर लड़ने का फैसला किया था. जबकि उपेन्द्र कुशवाहा को सिर्फ 2 सीटें दी जा रही थीं. 2014 के लोकसभा चुनाव में कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी ने 3 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और तीनों ही सीटों पर जीत हासिल की थी.
उपेन्द्र कुशवाहा 2019 के चुनाव में ज्यादा सीटों की डिमांड कर रहे थे. पिछले दिनों इसी बात को लेकर उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिलने की कोशिश की थी. उन्होंने 30 नवंबर तक का अल्टिमेटम भी दिया था. लेकिन उनकी मुलाकात न पीएम से हो पाई और न ही बीजेपी अध्यक्ष से.
पिछले दिनों मोतिहारी में चले पार्टी के तीन दिन के सम्मेलन के बाद भी उन्होंने संकेत दे दिए थे कि उनकी पार्टी अब एनडीए के साथ बस कुछ दिन की मेहमान है. वो लगातार बिहार की नीतीश सरकार पर हमले करते रहे हैं.
हालांकि उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी के दूसरे सांसदों और विधायकों के रुख अलग-अलग हैं. आरएलएसपी के दूसरे सांसद अरुण कुमार ने बीजेपी को समर्थन जारी रखने की बात की है. जहानाबाद से सांसद अरुण कुमार ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा है कि उन्होंने उपेन्द्र कुशवाहा से काफी वक्त पहले ही अपने रास्ते अलग कर लिए थे. लेकिन लोकसभा में वो बीजेपी को अपना समर्थन जारी रखेंगे.
उधर आरएलएसपी के एक और सांसद रामकुमार शर्मा ने उपेन्द्र कुशवाहा के फैसले के साथ जाने की बात कही है. सीतामढ़ी से सांसद रामकुमार शर्मा ने कहा है कि वो एनडीए से अलग होने की बात से इत्तेफाक नहीं रखते लेकिन वो कुशवाहा के साथ हैं.
उधर आरएलएसपी के दोनों विधायक लल्लन पासवान और सुंधाशु शेखर बागी तेवर अपनाए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों जेडीयू नेताओं के संपर्क में हैं. संभव है कि दोनों जेडीयू ज्वाइन कर लें.