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शहीद की मां और पत्नी को अशोक चक्र देते वक्त भावुक हुए राष्ट्रपति

आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए एयरफोर्स के गरुण कमांडो निराला की पत्नी और मां को अशोक चक्र से सम्मानित करते हुए राष्ट्रपति कोविंद भावुक हो गए

Bhasha

पूरा देश 69वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. यह गणतंत्र दिवस हर बार से बेहद अलग था क्योंकि इस बार 10 देशों के मेहमान इसका हिस्सा बन रहे थे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पहली बार तिरंगा झंडा फहराया. तिरंगा फहराने के बाद एक ऐसा मौका आया जब राष्ट्रपति भावुक हो गए.

दरअसल, परेड से पहले सलामी मंच पर जम्मू कश्मीर में एक अभियान के दौरान दो आतंकवादियों को मार गिराने वाले भारतीय वायु सेना के गरुण कमांडो ज्योति प्रकाश निराला को मरणोपरांत शांतिकाल के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से सम्मानित किया गया. आंखों में गर्व का भाव लिए कमांडो निराला की पत्नी सुषमानंद और मां मालती देवी ने राष्ट्रपति से सम्मान ग्रहण किया. इस दौरान राष्ट्रपति भावुक दिखे.


गणतंत्र दिवस परेड का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल असित मिस्त्री ने किया. इसमें मेकैनाइज्ड इन्फैन्ट्री रेजीमेंट, गोरखा ट्रेनिंग सेंटर, पंजाब रेजिमेंट, पैरा रेजिमेंटल सेंटर, मद्रास रेजिमेंटल सेंटर, मराठा लाइट इंफ्रेंट्री, डोगरा रेजिमेंट, मराठा एवं राजपूताना रेजिमेंट का संयुक्त बैंड, लद्दाख स्काउट्स, तोपखाना दस्ता, प्रदेशिक दस्ता, 123 इंफैंट्री बटालियन, दिल्ली पुलिस के बैंड दस्ते ने सधे कदमों के साथ प्रस्तुति दी.

परेड के दौरान एक टुकड़ी ने आसियान देशों के ध्वज को लेकर मार्च किया. इसमें 61वीं कैवेलरी दस्ता ने हिस्सा लिया.

परेड में नौसेना की मार्चिंग टुकड़ी और नौसेना की झांकी भी दिखी जिसमें आईएनएस विक्रांत को पेश किया गया. वायु सेना के मार्चिंग टुकड़ी के बाद वायु सेना की भी एक झांकी पेश की गई जिसमें महिला शक्ति और स्वदेशी को प्रदर्शित किया गया.