फेक खबरों को बढ़ावा देने के लिए एक आसान प्लेटफार्म साबित होने पर सरकार द्वारा कई बार व्हाट्सऐप की खिंचाई की गई है. ऐसे में कंपनी के सीईओ क्रिस डेनियल ने कानून मंत्री और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद से मुलाकात की. रविशंकर प्रसाद ने डेनियल को साफ शब्दों में बता दिया कि- सरकार 'ऐसी किसी भी स्थिति को स्वीकार नहीं करेगी जहां कोई घटना भारत में हुई' और उसका जवाब अमेरिका में दिया जाएगा. डेनियल और प्रसाद के बीच बैठक 45 मिनट से अधिक तक चली.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक सरकार ने इंस्टेंट मैसेजिंग कंपनी को नोटिस जारी किया था. उसके जवाब में व्हाट्सएप ने फेक न्यूज को रोकने के साथ साथ लोगों में जागरुकता लाने के अपने प्रयासों के बारे में बताया. लेकिन ये भी माना कि उनके प्रयास सरकार की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे.
रविशंकर प्रसाद ने डेनियल को तीन उपायों को लागू करने के लिए कहा-
'1- भारत में लोग आप तक अपनी शिकायत को पहुंचा सकें इसके लिए आपकी एक शिकायत प्रणाली और एक पूरी व्यवस्था भारत में होनी चाहिए.
2- आपको भारतीय कानूनों का पूरा पालन करना होगा. हम ऐसी स्थिति की बिल्कुल सराहना नहीं करेंगे जहां कोई समस्या भारत में होती है लेकिन उसका जवाब सिर्फ अमेरिका में दिया जाएगा.
3- व्हाट्सऐप अब भारत के डिजिटल जगत का एक महत्वपूर्ण घटक बन गया है. इसलिए भारत में अब आपकी एक कॉर्पोरेट इकाई होनी चाहिए.'
डेनियल ने आश्वासन दिया कि कंपनी जल्द ही इनका पालन करेगी और फेक न्यूज से निपटने के लिए वो एक प्रणाली विकसित करेंगे जिसके लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ काम कर रहे हैं.