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'चूहे शराब पी गये, शराबबंदी अभियान की इससे हास्यास्पद स्थिति क्या होगी'

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने बिहार सरकार के राज्य में लागू शराबबंदी कानून का माखौल उड़ाया है

Bhasha

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी अभियान को ‘ढकोसला’ करार देते हुए कहा कि ‘इससे हास्यास्पद स्थिति क्या हो सकती है?’

पटना में एलजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान जब उनसे पूछा गया था कि वह शराबबंदी को लेकर बिहार सरकार की हाईलेवल समीक्षा बैठक पर क्या सोचते हैं? पासवान ने इसके जवाब में कहा, शराबबंदी मात्र एक ‘ढकोसला’ है.


उन्होंने दावा किया कि ‘बिहार में शराब सात जन्मों में भी बंद नहीं होने वाला है क्योंकि शराबबंदी के कारण प्रदेश में नौकरशाही लेवल पर भ्रष्टाचार और भी बढ़ गया है. इसकी वजह से अब निचले लेवल तक के अधिकारी लखपति बनते जा रहे हैं. सबका सबसे सांठगांठ हो गया है. सीधे घर में शराब की सप्लाई की जा रही है.’

रामविलास पासवान ने शराबबंदी कानून को लेकर बिहार की नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया है

शराबबंदी अभियान की इससे हास्यास्पद स्थिति क्या होगी?

राज्य में जब्त और पुलिस गोदाम में रखा लगभग नौ लाख लीटर शराब चूहों द्वारा गटक जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा ‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी अभियान की इससे ज्यादा हास्यास्पद स्थिति क्या होगी? यह जितना अधिक उसके बारे में चर्चा कर रहे हैं, जहरीली शराब पीने से लोगों के मरने की घटना समेत लोगों की परेशानियां उतना ही अधिक बढ़ती जा रही हैं.’

शराबबंदी कानून लागू होने के लगभग 14 महीने बाद भी राज्य में जारी शराब तस्करी पर चिंता जताते हुए एलजेपी प्रमुख ने सीएम नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि, ‘अपने पिछले 10 साल के शासनकाल के दौरान उन्होंने लोगों को शराब पिलाया, गांव-गांव में शराब की दुकानें खुलवाईं और अब दिखावे के लिए शराबबंदी की बातें कर रहे हैं.’