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रानीगंज हिंसा: बाबुल सुप्रियो ने बंगाल की ममता सरकार को बताया 'जिहादी'

रामनवमी के जुलूस को लेकर दो समूहों के बीच संघर्ष होने के बाद अब भी बर्द्धमान पश्चिम जिले के रानीगंज इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है

FP Staff

रामनवमी के जुलूस को लेकर दो समूहों के बीच संघर्ष होने के बाद अब भी बर्द्धमान पश्चिम जिले के रानीगंज इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है. हिंसक संघर्ष में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और दो पुलिस अधिकारी जख्मी हो गए थे. जिलाधिकारी शशांक शेट्टी ने कहा कि इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल की गश्ती के साथ ही शांति हो गई है.

उन्होंने कहा, हमें सूचना मिली है कि कल की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई. हिंसा के बाद यहां पहुंचे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने आरोप लगाए कि रानीगंज में हिंसा का कारण पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करना है और इलाके में तुरंत केंद्रीय बलों की तैनाती किए जाने की मांग की. सुप्रियो ने कहा कि उन्होंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह को फोन किया और उनसे मामले पर गौर करने के लिए कहा.


आसनसोल के सांसद ने कोलकाता में कहा, पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से रानीगंज इलाके में हिंसा भड़की. अगर पुलिस ने पहले कदम उठाए होते तो हिंसा को टाला जा सकता था. पुलिस ने अपने राजनीतिक आकाओं के कहने के मुताबिक काम किया और इलाके में गुंडों को पूरी छूट दे दी. उन्होंने कहा, हम जिहादी सरकार को दिखा देंगे कि बंगाल की आत्मा भी जिंदा है. सोशल मीडिया पर कई सौ तस्वीरें सर्कुलेट हो रही हैं, सभी को वेरिफाई करना नामुमकिन है. लेकिन इनमें से अगर 25 फीसदी भी सही हैं, तो पता लगा सकते हैं हालात कितने खराब हैं.

बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के एन त्रिपाठी से यहां मुलाकात की और रानीगंज में कल हुई हिंसा की शिकायत की. सुप्रियो ने कहा कि राज्य सरकार को रानीगंज में केंद्रीय बलों को तैनात करने का काम शुरू करना चाहिए ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके क्योंकि स्थानीय लोगों का पुलिस प्रशासन पर विश्वास नहीं है.

राज्य के श्रम मंत्री मलॉय घटक भी रानीगंज पहुंचे थे. उन्होंने कहा था कि संघर्ष के दौरान महेश मंडल की हत्या कर दी गई. बहरहाल घटक ने स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया कि पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण कर लिया है. पुलिस ने कहा था कि बीजेपी द्वारा रामनवमी जुलूस निकालने के बाद इलाके में तनाव पैदा हो गया. आरोप है कि जुलूस में शामिल लोगों ने एक इलाके में घुसने का प्रयास किया जहां बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रहते हैं.

(इनपुट भाषा से भी)