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नीतीश 'बिना पार्टी के नेता' और कांग्रेस 'बिना नेता की पार्टी': गुहा

रामचंद्र गुहा ने कहा कि कांग्रेस का तभी कुछ हो सकता है जब वो नीतीश कुमार को अपना अध्यक्ष नियुक्त कर दे

FP Staff

इतिहासकार रामचंद्र गुहा अपने बेबाक विचारों और बयानों के लिए जाने जाते हैं. इस वजह से वे कई बार लोगों की गुस्से का शिकार बनते रहते हैं. वे किसी भी पार्टी के नेताओं और पार्टियों पर खुलकर अपनी राय रखते हैं.

एक बार फिर वे अपनी बयान की वजह से लोगों के निशाने पर हैं. रामचंद्र गुहा के पत्रकार बरखा दत्त के एक कार्यक्रम में ऐसा बयान दिया जिसको लेकर सोशल मीडिया पर उनकी खिंचाई हो रही है. बरखा दत्त द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में रामचंद्र गुहा ने कह दिया कि कांग्रेस का तभी कुछ हो सकता है जब वो नीतीश कुमार को अपना अध्यक्ष नियुक्त कर दे. गुहा ने कहा कि नीतीश कुमार बिना पार्टी के नेता हैं और कांग्रेस बिना नेता की पार्टी.


ट्विटर पर गुहा की हुई खिंचाई 

बरखा दत्त ने जब इस बातचीत का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया तो ट्विटरवासी गुहा पर बिफर पड़े.

बरखा ने इस कार्यक्रम में गुहा से पूछा, ‘आपको नीतीश कुमार की विचारधारा पसंद है?’ इस पर गुहा ने जवाब दिया, ‘मैं सोचता हूं, मैं कहना चाहूंगा कि मोदी की तरह उन पर परिवार का बोझ नहीं है. मोदी के उलट वो घमंडी नहीं हैं. वो सांप्रदायिक नहीं हैं. वो वाजपेयी सरकार में रहे लेकिन उनके संपर्क में आने वाले ज्यादातर पत्रकार कहते हैं कि वो सांप्रदायिक नहीं हैं. महिला अधिकारों पर उनका विशेष ध्यान उन्हें अन्य भारतीय राजनेताओं से अलग करता है. उनकी ऐसी चीजें ही आकर्षित करती हैं. लेकिन वस्तुनिष्ठ ढंग से सोचने पर लगता है…वो एक ऐसे भारतीय राजनेता हैं जिससे मुझे सहानुभूति हैं. लेकिन शायद उनका कोई भविष्य नहीं है बशर्ते कांग्रेस उन्हें अध्यक्ष बनने के लिए न्योता न दे, क्योंकि ऐसे में बगैर पार्टी वाला एक नेता बगैर नेता वाली एक पार्टी को अपने हाथ में ले लेगा.’

बरखा के ट्वीट पर ट्विटरवासियों ने उन पर और रामचंद्र गुहा पर व्यंग्य करना शुरू कर दिया. एक यूजर ने गुहा को सलाह दी कि नीतीश से बेहतर है वही कांग्रेस की कमान संभाल लें.

एक दूसरे यूजर ने बरखा पर तंज कसते हुए कहा कि डूबती हुई पार्टी का नेतृत्व कोई क्यों अपना हाथ में लेगा, आप भी तो एनडीटीवी को डूबता देख उससे किनारे हो लीं.

कई यूजर ने लिखा कि बरखा और गुहा दोनों जानते हैं कि कांग्रेस की वापसी संभव नहीं है.

रामचंद्र गुहा इससे पहले भी राहुल गांधी पर तीखे तंज कस चुके हैं. दिल्ली महानगर पालिका चुनावों के बाद गुहा ने राहुल पर तंज कसते हुए कहा था कि अजय माकन और दिग्विजिय सिंह जैसे नेता पद से हटाए जा रहे हैं लेकिन ‘सीरियल फेल्योर’ राहुल गांधी बने हुए हैं.

गुहा तब भी सुर्खियों में आ गए थे जब पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की आलोचना के लिए कुछ लोगों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी. गुहा ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकीय कमेटी (सीओए) से यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया था कि बीसीसीआई में ‘सुपरस्टार सिस्टम’ लागू है.