view all

बीजेपी और राम जेठमलानी मिलकर सुलझाएंगे 'निष्कासन' का मुद्दा

जेठमलानी ने 2013 में खुद को निष्कासित किए जाने पर बीजेपी के खिलाफ मुकदमा दायर किया था

FP Staff

बीजेपी से निष्कासन से संबंधित लंबित एक केस को खत्म करने के लिए मशहूर वकील राम जेठमलानी संयुक्त आवेदन के साथ गुरुवार को दिल्ली की एक कोर्ट में पहुंचे. जेठमलानी ने 2013 में खुद को निष्कासित किए जाने पर बीजेपी के खिलाफ मुकदमा दायर किया था

उन्होंने नुकसान की भरपाई के तौर पर 50 लाख रुपए मांगे थे. बीजेपी और 95 साल के जेठमलानी ने संयुक्त अर्जी में कहा है कि दोनों पक्षों के बीच सुलह के मामले में आदेश पारित करें क्योंकि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी से उनके निष्कासन पर अफसोस प्रकट किया है.


इस आवेदन पर अतिरिक्त जिला न्यायाधीश सुमित दास के सामने शुक्रवार को सुनवाई हो सकती है.

गौरतलब है कि राम जेठमलानी ने बीजेपी के खिलाफ कई बयान दिए थे. उन्होंने कहा था, प्रधानमंत्री मोदी काले धन को वापस लाने में ईमानदार नहीं हैं, कालाधन 2014 में बीजेपी का महज चुनावी जुमला था.

राम जेठमलानी ने पीएम मोदी के नाम एक खत भी लिखा था. जिसमें उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी अपने काले धन को वापस लाने में फेल रहे हैं. वो अपने इस वादे को लेकर ईमानदार नहीं हैं.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

ये भी पढ़ें: सोमनाथ मंदिर को सोने से मढ़ने का संकल्प लेना चाहिए: अमित शाह