इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के साथ कथित छेड़छाड़ के मुद्दे पर मंगलवार को विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक कुछ देर के लिए स्थगित की गई.
सत्ताधारी दल भाजपा के पक्ष में ईवीएम में कथित छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए कांग्रेस, एसपी और बीएसपी सदस्य आसन के समक्ष आ कर सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे जिसकी वजह से उपसभापति पी जे कुरियन ने 11 बज कर 23 मिनट पर बैठक को साढ़े ग्यारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया. हालांकि बाद में सदन में सामान्य तरीके से कामकाज हुआ.
विपक्ष के आरोपों को नकारते हुए सरकार ने कहा कि चुनाव आयोग स्पष्ट कर चुका है कि ईवीएम से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती और अगर किसी को आपत्ति है तो उसे सदन का समय खराब करने के बजाय चुनाव आयोग में जाना चाहिए.
कांग्रेस और एसपी सदस्यों ने नियम 267 के तहत कामकाज निलंबित कर ईवीएम के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए चार नोटिस दिए थे. कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और प्रमोद तिवारी, सपा के रामगोपाल यादव और नरेश अग्रवाल ने नोटिस दिए थे.
बीएसपी नेता मायावती ने सत्तारूढ़ दल के खिलाफ एक टिप्पणी की जिस पर सत्तापक्ष ने कड़ी आपत्ति जताई. संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने उनकी टिप्पणी को हार की हताशा करार देते हुए कहा कि यह टिप्पणी देश की जनता और लोकतंत्र का अपमान है. उपसभापति पी जे कुरियन ने मायावती की टिप्पणी कार्रवाई से निकालने का निर्देश दिया. विपक्षी सदस्यों ने कहा कि संकेत जनता की ओर नहीं बल्कि बीजेपी की ओर है.
नकवी ने कहा कि वर्ष 2004 और 2009 में लोकसभा चुनाव व बिहार, पंजाब, दिल्ली तथा अन्य राज्यों में विधानसभा चुनावों में ईवीएम का उपयोग हुआ. उन्होंने कहा कि खुद उत्तर प्रदेश में दो विधानसभा चुनावों में से एक बार बीएसपी और एक बार एसपी जीती तथा दोनों चुनावों में ईवीएम का उपयोग हुआ था. तब कांग्रेस ने कोई आपत्ति नहीं जताई थी.
इसके जवाब में गुलाम बनी आजाद ने कहा कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए लेकिन चर्चा यूपी की होती है. उन्होंने कहा कि चोरी की गई और वह भी बहुत ही सफाई से. उन्होंने कहा कि चोर पूरा घर नहीं लूटता बल्कि बहुत सफाई से चोरी करता है ताकि पकड़ा न जाए. यही बात ईवीएम के मामले में हुई और सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में ईवीएम से छेड़छाड़ की गई.
बैठक शुरू होने पर कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में एक उपचुनाव में ईवीएम की कुछ दिन पहले की गई जांच में पाया गया कि किसी भी प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने पर मत केवल भाजपा को ही गया. यह धांधली तथा ईवीएम से छेड़छाड़ का स्पष्ट प्रमाण है.
सपा के रामगोपाल यादव ने आरोप लगाया कि ईवीएम का प्रोग्राम जानबूझकर इस तरह तैयार किया गया कि मत भाजपा को ही मिले. मायावती ने कहा कि हाल ही में यूपी में संपन्न विधानसभा चुनावों में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई.
नकवी ने कहा कि सरकार पर नहीं बल्कि चुनाव आयोग पर और देश की जनता पर संदेह जताया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘अगर जीत का जश्न होता है तो हार का भी सम्मान होना चाहिए.’ इस पर आपत्ति जताते हुए विपक्षी सदस्य आसन के समक्ष आ कर सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे. इसके विरोध में सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भी नारे लगाए.
कुरियन ने सदस्यों से कहा कि यह मुद्दा चुनाव आयोग के समक्ष उठाया जाना चाहिए. चुनाव आयोग यह जांच करे कि ईवीएम ठीक से काम कर रही है या नहीं.