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राजनाथ सिंह ने अफसरों को दी सलाह, 'जी हजूरी से बचें'

11वें लोकसेवा दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में देश भर से जुटे अधिकारी

Bhasha

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सिविल सेवा के अधिकारियों को प्रमुख पदों पर आसीन राजनेताओं की ‘हां में हां न मिलाने’ की हिदायत देते हुए उन्हें ‘जी हजूरी’ से बचने को कहा है. उन्होंने अधिकारियों का जिम्मेदार पदों पर बैठे नेताओं की गलतियों के खिलाफ मुखरता से कार्रवाई करने का आह्वान किया.


सिंह ने कहा कि उन्हें निष्पक्ष रहना चाहिए और निर्णय लेने के मामले में कभी हिचकिचाना नहीं चाहिए.

सिंह ने गुरुवार को 11वें लोकसेवा दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में देश भर से जुटे लोकसेवकों से देश और जनता के हित में किसी भी तरह के दबाव में आए बिना अपना काम जारी रखने को कहा.

उन्होंने कहा कि अगर प्रमुख पदों पर आसीन सियासी जमात के लोग कोई गलत आदेश दें तो लोक सेवक बेहिचक उन्हें कानून और नियम दिखा कर बतायें कि ऐसा आदेश देकर वे कानून का उल्लंघन कर रहे हैं.

इतना ही नहीं सिंह ने अधिकारियों से ऐसे किसी फैसले से जुड़ी फाइल पर दस्तखत भी नहीं करने को कहा. गृह मंत्री ने अधिकारियों से दो टूक कहा कि वे अहम पदों पर बैठे राजनेताओं की हां में हां मिलाते हुए आंख मूंद कर उनके आदेशों का पालन न करें.

अंतरात्मा की आवाज को दबा कर काम करने की जरूरत नहीं

साथ ही उन्होंने यह भी साफ तौर पर कहा कि देश और जनता के हित में लोकसेवकों को अपनी अंतरात्मा की आवाज को दबा कर काम करने की कोई जरूरत नहीं है.

उनका इशारा साफ तौर पर केंद्र शासित राज्यों दिल्ली और गोवा में राज्य सरकार और नौकरशाहों के बीच हाल ही में अधिकारक्षेत्र को लेकर उपजे विवाद की ओर था. दिल्ली सरकार में अधिकारक्षेत्र का विवाद अदालत तक जा पहुंचा है.

इसके साथ ही सामाजिक बदलाव लाने में लोकसेवकों की भूमिका की प्रशंसा करते हुए सिंह ने कहा कि पद किसी अधिकारी को जिम्मेदार, निष्पक्ष और जवाबदेह बनाता है .