view all

आचार संहिता लागू होने के तुरंत पहले राजे का किसानों के लिए मुफ्त बिजली का ऐलान

चुनाव आयोग ने तीन घंटे के लिए अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस क्या स्थगित की राजस्थान में सरकार ने इस मौके को भुनाने में देरी नहीं की

FP Staff

कांग्रेस ने चुनाव आयोग की आजादी पर सवाल खड़े किए हैं. आगामी विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों के ऐलान की घोषणा को अंतिम समय में स्थगित करने की वजह से कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर ये हमला किया है.

आयोग ने शनिवार की सुबह एक प्रेस विज्ञप्ति में 12.30 बजे मतदान कार्यक्रम की घोषणा के लिए बुलाए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस के समय की सूचना दी थी. इसके बाद तीन घंटे के लिए इस कार्यक्रम को 3.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.


कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक ट्वीट में इस तरफ इशारा किया कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अजमेर में 1 बजे होने वाली चुनावी रैली को देखते हुए चुनाव आयोग ने अपना कार्यक्रम स्थगित किया.

अजमेर रैली में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किसानों के लिए मुफ्त बिजली की घोषणा कर दी. अगर चुनाव आयोग ने मतदान की तारीखों की घोषणा कर दी होती तो आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण सरकार ये घोषणा नहीं कर पाती.

एक बार चुनाव की घोषणा हो जाने के बाद, आचार संहिता लागू हो जाती है. इसके बाद सरकार किसी भी नई नीति की घोषणा नहीं कर सकती. यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने आयोग पर भेदभाव का आरोप लगाया है. पिछले साल गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान वोटिंग होने के बाद पार्टी ने चुनाव आयोग पर बीजेपी की 'कठपुतली' की तरह काम करने का आयोग किया था.