राजस्थान में मतगणना जारी है. कांग्रेस ने बीजेपी पर निर्णायक बढ़त कायम कर ली है, ऐसे में अब पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के सीएम कैंडिडेट चुनने का काम कठिन होने वाला है. राज्य में मुख्य तौर पर दो बड़े नेताओं के बीच कुर्सी की जंग चल रही है.
अशोक गहलोत
67 साल के गहलोत दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इस वक्त वो अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव हैं. पांच बार लोक सभा सदस्य रहे गहलोत जोधपुर में सरदारपुर विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते हैं. वो केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे हैं और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे हैं. संगठन में काम को लेकर उन्हें जाना जाता है. 2017 में गुजरात चुनाव के लिए भी उन्हें इंचार्ज बनाया गया था. मुख्यमंत्री के तौर पर उनके पास काम का अनुभव है. परखे-आजमाए उम्मीदवार हैं. इसके अलावा राजनीतिक पार्टियों में उनका खासा असर है.
सचिन पायलट
41 साल के सचिन पायलट कांग्रेस की युवा पीढ़ी का प्रतिनधित्व करते हैं. ऐसे ब्रिगेड का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनसे बड़ी उम्मीदें हैं. पूर्व कांग्रेस नेता राजेश पायलट के बेटे सचिन इस समय पीसीसी प्रमुख हैं. दो बार एमपी रह चुके हैं. इस दौरान यूपीए सरकार में मंत्री भी रहे हैं.
राहुल गांधी केंद्र में युवाओं को चाहते हैं. ऐसे में संभव है कि सचिन पायलट के बजाय गहलोत को राजस्थान में चुना जाए. उन्हें डार्क हॉर्स माना जा रहा है.