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राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018: बीजेपी ने 31 प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी की, जानिए किसे मिली टिकट

बीजेपी के अंदर कितने नेता इस लिस्ट से संतुष्ट होंगे और कितने नेता पहले की तरह बगावती तेवर दिखाएंगे, यह देखने वाली बात होगी

FP Staff

राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने 31 कैंडिडेट की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. यह जानना दिलचस्प होगा कि बीजेपी के अंदर कितने नेता इस लिस्ट से संतुष्ट होंगे और कितने नेता पहले की तरह बगावती तेवर दिखाएंगे. हालही में एक सांसद और विधायक बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम चुके हैं.

राजस्थान में बीजेपी को चुनाव से पहले सांसद हरीश मीणा ने बड़ा झटका दिया था. उन्होंने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था. वहीं मंगलवार को नागौर से विधायक हबीबुर्रहमान ने भी बीजेपी छोड़ने का ऐलान किया था. तमाम अटकलों के बाद उन्होंने भी बुधवार को कांग्रेस ज्वाइन कर ली.

इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की थी. इस लिस्ट में 131 कैंडिडेट्स को टिकट दिया गया था. जहां इस लिस्ट में 25 नए चेहरों को जगह मिली थी. वहीं इस लिस्ट में भरपूर वंशवाद और परिवारवाद भी सामने आया था.

यहां तक कि इस लिस्ट में दिवंगत नेताओं की संतानों को भी टिकट दिया गया था. इस लिस्ट में एक फैक्टर ये भी सामने आया था कि पार्टी ने जिताऊ उम्मीदवार चुनने के चक्कर में उम्र की सीमा भी नजरअंदाज कर दी थी.

गौरतलब है कि पहली लिस्ट में बीजेपी ने अपने लोकसभा सांसद सोना राम चौधरी को भी विधानसभा चुनाव में उतारा था और 12 महिलाओं को टिकट दी थी. वरिष्ठ नेता नड्डा ने कहा था कि पार्टी ने 25 नए चेहरों को टिकट दिया है. बीजेपी सूत्रों ने बताया था कि पहली सूची में 85 मौजूदा विधायकों को जगह दी गई है. नड्डा ने कहा था, 'सभी सीटों के लिए जिन उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई वे बैठक में मौजूद थे. अन्य प्रत्याशियों के नामों की भी जल्द घोषणा की जाएगी.'

हाल के वर्षों में प्रदेश में हुए उप चुनावों में जीत दर्ज करने के बाद राज्य में फिर से अपनी जमीन जमाने में जुटी कांग्रेस से बीजेपी को कड़ी चुनौती मिल रही है. कई चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में भी कांग्रेस को प्रदेश में बीजेपी पर बढ़त लेते हुए दिखाया गया है. हालांकि बीजेपी का दावा है कि विपक्षी चुनौती का मुकाबला करने के लिए तैयार है. वसुंधरा राजे के नेतृत्व में पार्टी ने 2013 में प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों में से 163 सीटें जीतकर कांग्रेस को सूबे में अब तक की सबसे करारी शिकस्त दी थी.