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रैली से पहले ममता बनर्जी को राहुल ने लिखा खत- मैं समर्थन देता हूं, पूरा विपक्ष एकजुट है

राहुल गांधी ने ममता बनर्जी को चिट्ठी में समर्थन देने की बात की है. उन्होंने पत्र में कहा, 'पूरा विपक्ष एकजुट है. एकजुटता के इस कार्यक्रम के लिए मैं ममता दी को समर्थन देता हूं

FP Staff

पश्चिम बंगाल में 19 जनवरी को होने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की रैली लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी महागठबंधन के लिहाज से काफी अहम मानी जा रही है. बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी ने अपनी रैली के लिए तमाम विपक्षी दलों को न्यौता भेजा है. हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी इस रैली में शामिल नहीं होंगे लेकिन उन्होंने एक पत्र के जरिए ममता बनर्जी को रैली के लिए शुभकामनाएं भेजी हैं.

राहुल गांधी ने ममता बनर्जी को चिट्ठी में समर्थन देने की बात की है. उन्होंने पत्र में कहा, 'पूरा विपक्ष एकजुट है. एकजुटता के इस कार्यक्रम के लिए मैं ममता दी को समर्थन देता हूं. मैं आशा करता हूं कि इसके जरिए हम एक शक्तिशाली एकजुट भारत का संदेश दे सकेंगे.'


दरअसल इस रैली को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी को भी न्योता दिया गया था, लेकिन, ये दोनों इस रैली में शामिल होने के बजाए लोकसभा में पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को भेज रहे हैं. दरअसल पश्चिम बंगाल की कांग्रेस इकाई ममता बनर्जी के साथ गठबंधन के खिलाफ रही है, यही वजह है कि पार्टी आलाकमान ने रैली में न शामिल होने फैसला लिया है.

शनिवार को होने वाली इस रैली के लिए खास तैयारियां की गई है. रैली की तैयारियों का जायजा लेने के लिए ममता बनर्जी ब्रिगेड परेड ग्राउंड का भी दौरा किया.

इससे पहले ममता बनर्जी ने अपनी रैली के बारे में बात करते हुए कहा था कि तृणमूल कांग्रेस की तरफ से विपक्ष की 19 जनवरी को कोलकाता में आयोजित हो रही विशाल रैली लोकसभा चुनावों में बीजेपी के लिए 'ताबूत की कील' साबित होगी और चुनावों में क्षेत्रीय दल निर्णायक की भूमिका में होंगे. उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनावों में बीजेपी को 125 से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी.

कौन-कौन होगा रैली में शामिल?

बताया जा रहा है कि इस रैली में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव, आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, जनता दल सेकुलर (जेडीएस) के नेता पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा, नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारुख अब्दुल्ला, डीएमके के एम के स्टालिन और कई अन्य महत्वपूर्ण नेता शामिल होंगे.