कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को जन वेदना सम्मेलन में मोदी की मिमिक्री की. राहुल ने पीएम पर फिल्मी डायलॉग के सहारे भी निशाना साधा. उन्होंने अमिताभ बच्चन की फिल्म का डायलॉग भी सुनाया.
#WATCH: Rahul Gandhi says PM Narendra Modi's #DeMonetisation announcement sounded like Amitabh Bachchan's movie dialogue. pic.twitter.com/1VhPld7kEB
— ANI (@ANI_news) January 11, 2017
जन वेदना सम्मेलन में राहुल ने नोटबंदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री को घेरते हुए कहा ’नोटबंदी सरकार का निजी फैसला है, पीएम ने कहा था हमारा मकसद भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ना है, बताइए कितना कालाधन वापस आ गया?
बीजेपी ने नोटबंदी से एक दिन पहले पश्चिम बंगाल में पैसा जमा किया. जनार्दन रेड्डी जी ने 500 करोड़ रुपए की अपनी बेटी की शादी करवाई. इतने नए नोट कैसे आ सकते हैं किसी के पास?’
पीएम ने चुनाव प्रचार में कई बार ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ का नारा दिया है. इस पर राहुल ने जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस 100 साल पुरानी पार्टी है. शिवजी की फोटो में भी कांग्रेस पार्टी का चिन्ह है. गुरूनानक देव जी, बुद्ध, महावीर जी की तस्वीर में भी कांग्रेस का चिन्ह दिखाई देता है.
कांग्रेस कार्यकर्ता हुए राहुल से खुश
राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भी हौसला बढ़ाया और कहा कि पांच राज्यों में होने वाले चुनावों में कांग्रेस की सरकार बनेगी. कार्यकर्ताओं ने भी कांग्रेस उपाध्यक्ष का हौसला बढ़ाया.
‘राहुल तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं’ के नारों की चीख चिल्लाहट के बीच राहुल ने कहा पीएम चंद्रयान बनाने पर भी खुद श्रेय लेते हैं. इसका मतलब है इसरो के वैज्ञानिकों का इसमें कोई योगदान नहीं है.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा ‘यूपीए की सोच में डरो मत की सोच थी. हाथ के निशान का मतलब है डरो मत. जबकि बीजेपी का कहना है डरो और डराओ.
आरएसएस और बीजेपी गरीबों को डरा कर उनका पैसा छीन रही है. मोदी जी ने बड़े व्यापारियों का 8 लाख करोड़ रुपए में से 1 लाख करोड़ रुपया माफ कर दिया. बाकी का पैसा गरीबों का पैसा छीन-छीन कर बड़े व्यापारियों को दे दिया.’
सहारा डायरी मामले को भी राहुल गांधी ने उठाया. राहुल ने कहा सहारा ने पीएम को 9 बार पैसे दिए हैं. वो उस पर तो कुछ बोल नहीं रहे.
जन वेदना सम्मेलन में राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के चलते मीटिंग में अनुपस्थित थीं.