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राफेल मुद्दा: CVC ने कांग्रेस को ज्ञापन सौंपकर कहा- FIR और सौदे से जुड़े कागजात जब्त हों

पिछले हफ्ते भी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के डेलीगेशन ने सीएजी ऑफिस जाकर इस सौदे की विस्तृत जांच करवाने की मांग उठाई थी

FP Staff

राफेल सौदे को लेकर कांग्रेस के नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर तेवर जारी है. इस सिलसिले में सोमवार को कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) से मुलाकात कर उन्होंने इस संबंध में ज्ञापन सौंपा.

बैठक के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने बाहर आकर मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी ने राफेल सौदे की जांच के लिए एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. साथ ही इस सौदे से जुड़े सभी कागजात को भी जब्त किया जाए. उन्होंने कहा कि यह सीवीसी की जिम्मेदारी है कि जिस सरकार में इतना बड़ा घोटाला हुआ, वो कागजात न खराब करे, इसलिए सीवीसी को फौरन कार्रवाई करनी चाहिए.


कांग्रेस के इस प्रतिनिधिमंडल में गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, रणदीप सुरजेवाला के अलावा पार्टी के अन्य नेता शामिल थे.

इससे पहले कांग्रेस डेलीगेशन ने पिछले हफ्ते मंगलवार को नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) के दफ्तर जाकर इस बारे में जांच कराने की मांग की थी.

बता दें कि राफेल सौदे पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने हाल ही में दिए एक फ्रेंच अखबार को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया था कि भारत सरकार ने इस डिफेंस डील में फ्रेंच कंपनी (डसाल्ट एविएशन) को साझीदार के तौर पर एक निजी कंपनी का नाम आगे बढ़ाया था. ओलांद के इस दावे के बाद कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियां बेहद आक्रामक होकर मोदी सरकार को घेरने का काम कर रही हैं.

राफेल डील को लेकर कांग्रेस के क्या हैं आरोप?

कांग्रेस का आरोप है कि यूपीए सरकार ने फ्रांस के साथ जिस राफेल लड़ाकू विमान की डील की थी, उसे मोदी सरकार 3 गुना कीमत में खरीद रही है. कांग्रेस का आरोप है कि नई डील में किसी भी तरह की तकनीक ट्रांसफर की बात नहीं हुई है.

राहुल गांधी लगातार अपने भाषणों और संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर राफेल मामले में देश से झूठ बोलने और सौदे में भारी भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाते रहे हैं.