दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को प्रदेश बीजेपी ने रैली आयोजित की. इस रैली का नाम 'पूर्वांचल महाकुंभ' रखा गया. इस रैली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह,दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष और नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी समेत कई नेताओं ने शिरकत की. रैली में लोगों को संबोधित करते हुए मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, जब जब समय मिला देश को लूटने का काम किया. समस्या दूर किसी ने नही की. तीन बेटियां भूख से मर गई. सीएम देखने भी नहीं गए. राशन कार्ड बनाने के लिए पैसे मांगे जा रहे है.
एनआसी के मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने कहा, एनआरसी की नीति का दिल्ली में प्रयोग होना चाहिए. उन्होंने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे रोहिंग्या और बांगलादेशियों को बसाने की पूरी तैयारी कर रहे हैं. इसी के साथ बिजेपी खिलाफ साजिश रची जा रही है. सीलिंग के मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग अवैध सीलिंग के लिए लोगो को रुला रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. दिल्ली के साथ न्याय होना चाहिए. दिल्ली में लोग सारे लोग वादे फेल होते देख रहे हैं.
अमित शाह ने क्या कहा?
वहीं दूसरी तरफ अमित शाह ने भी विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केजरीवाल साहब को कहना चाहता हूं कि इस महाकुंभ को देख लीजिए तो पता चलेगा कि आपकी सरकार के खिलाफ कितना आक्रोश है. इसी के साथ उन्होंने दिल्ली की सातों सीटें जीतने का दावा करते हुए कहा कि राहुल बाबा आप भी सुन लो दिल्ली की सातों सीतों सीटों मोदी जी की झोली में जाएंगी.
कांग्रेस पर लगाए आरोप
उन्होंने कहा, देश के अंदर विकास की गंगा पूर्वांचल भाई बहनों के पसीनों से बही है. देश में जितनी भी सरकारें आई 2014 के पहले उसमे 55 साल कांग्रेस की सकार रही, पूर्वांचलियों के साथ अन्नाय कांग्रेस ने किया.
अमित शाह ने कहा, मोदी जी ने कहा था अगर बीजेपी की सरकार आती है तो पूर्वांचल का विकास होगा. मैं हिसाब देने आया हूं बीजेपी ने पूर्वांचल के लिए क्या क्या किया है. बिहार, ओडिशा जैसे राज्यों का विकास देख लीजिए, पता चलेगा ये सारे राज्य किस तरह आगे आए हैं. इन सभी राज्यों के लिए कांग्रेस की सरकार 5 साल में 4 लाख करोड़ रुपए देती थी और मोदी सरकरा के शासन में साढे़ चार साल में 13 लाख 80 हजार करोड़ दिया गया. इसमें 11 लाख खर्ज भी कर दिए गए हैं. इसी के साथ उन्होंने कहा, राहुला गांधी से गुसपैठियों पर अपना स्टैंड क्लीयर करने की मांग की.
इस रैली को तिवारी के लिए भी काफी अहम माना जा रहा था. ऐसा कहा जा रहा है कि यह रैली दिल्ली बीजेपी में मनोज तिवारी के भविष्य को भी तय करेगी.