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पंजाब: राजीव गांधी के स्टैचू पर पोती गई कालिख, दूध से साफ करने पहुंची कांग्रेस

राजीव गांधी के खिलाफ विरोध जताते हुए अकाली दल के नेताओं ने मंगलवार को उनके स्टैचू पर कालिख पोत दी और उनके हाथ भी लाल रंग से पोत दिए गए

FP Staff

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली विधानसभा में ये मुद्दा उठने के बाद विपक्षी शिरोमणि अकाली दल (SAD) भी अब राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने की मांग पर अड़ा हुआ है. दरअसल ये मांग राजीव गांधी के 1984 के सिख विरोधी दंगों में शामिल होने के लेकर उठाई जा रही है.

इसी कड़ी में मंगलवार को राजीव गांधी के खिलाफ विरोध जताते हुए युवा अकाली दल के नेताओं ने लुधियाना में राजीव गांधी की प्रतिमा पर कालिख पोत दी, और उनके हाथ भी लाल रंग से पोत दिए गए. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान नेता ये भी कहते दिखे की राजीव गांधी की प्रतिमा को सही रूप दिया गया है. उन्होंने 1984 में हुई सिखों की हत्या के लिए राजीव गांधी को जिम्मेदार ठहराया. इस घटना का वीडियो भी काफी वायरल हो रहा है.


वहीं दूसरी तरफ इस घटना के बारे में जब सबको पता चला तो कुछ घंटों के भीतर ही कांग्रेस लीडर प्रतिमा के पास पहुंच गए और उसे दूध से साफ करने लगे.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रतिमा को दूध से साफ करते हुए अकाली दल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनके खिलाफ जल्द से जल्द मामला दर्ज करने की मांग की.

'आप' पर साधा निशाना

इससे पहले सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार को राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने की मांग करते हुए कहा था कि इसके लिए पंजाब विधानसभा में एक विशेष सत्र बुलाना चाहिए. उन्होंने ये भी कहा था कि शुक्रवार को राजीव गांधी का भारत रत्न वापस लेने की मांग संबंधी प्रस्ताव दिल्ली विधानसभा में पारित होने के कुछ घंटों बाद ही आप ने ‘पलटी’ मार ली है.

उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से अनुरोध किया है कि राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने की मांग का प्रस्ताव पारित करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाए.

बादल ने एक बयान में बताया कि आम आदमी पार्टी (आप) और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद ‘बेनकाब’ हो गए हैं. पहले राजीव गांधी के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर दिया और बाद में ‘पलटते हुए’ दावा किया कि ऐसा नहीं किया गया.