पुलवामा में आतंकी हमले के बाद महज 100 घंटे के भीतर जैश-ए-मोहम्मद के कश्मीर में बसे तमाम बड़े नेताओं का सफाया कर दिया गया है. यह बात पुलवामा हमले पर सेना, पुलिस और CRPF की जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताई गई.
लेफ्टिनेंट कंवलजीत सिंह ढिल्लन ने बताया कि घायलों की हालत में तेजी से सुधार हो रहा है. उन्होंने कहा, हमले के 100 घंटे बाद हमने तीन आतंकियों को मार गिराया. ढिल्लन ने कहा, जैश ने ISIS की मदद से पुलवामा हमले को अंजाम दिया था.
ढिल्लन ने कहा, जिसने भी हथियार उठाए हैं उन सभी को मारा जाएगा. इसी के सेना ने आतंकियों के माता-पिता से अपील की है कि वो अपने बच्चों को सरेंडर करने के लिए कहें.
ढिल्लन ने कहा, 15 फरवरी को जिस तरह का हमला हुआ, वैसा हमला कश्मीर में काफी दिनों बाद हुआ है. इस प्रकार के हमलों से निपटने के लिए हम सभी विकल्प खुले रखेंगे.
वहीं CRPF के IG जुल्फिकार हसन ने कहा- हमारा हेल्पलाइन नंबर 14411 देशभर में कश्मीरियों की मदद कर रहा है. देशभर में जितने भी कश्मीरी बच्चे पढ़ रहे हैं उन सभी की मदद की सुरक्षा की जाएगी.
लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लन ने कहा, 'जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान आर्मी का ही बच्चा है. इस हमले में पाकिस्तानी सेना 100 फीसदी शामिल हैं. इसमें हमें और आपको कोई शक नहीं है.' ढिल्लन ने कहा, मैं सभी को आश्वस्त करता हूं कि सभी तरह की इंटेलिजेंस पर हम काम कर रहे हैं.
वहीं कश्मीर के IG एसपी वाणि ने कहा, कश्मीर में युवाओं की आतंकियों के नियुक्ति पिछले कुछ महीनों में कम हुई है. घाटी में जो भी घुसपैठ करेगा वह जिंदा नहीं बचेगा.
CRPF का कहना है कि पुलवामा हमले के बाद हमने काफिले के नियम बदल दिए हैं. वहीं ढिल्लन ने कहा, पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड कामरान को ISI से निर्देश मिले थे.
लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लन ने जम्मू-कश्मीर के पत्थरबाजों से अपील करते हुए कहा कि कोई भी नागरिक मुठभेड़ की जगह पर ना आए. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ऐसा होता है तो उन्हें भी एक्शन लेना होगा.