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नोटबंदी पर पीएम के फैसले की राष्ट्रपति ने की तारीफ

नोटबंदी के एलान के बाद पहली बार पीएम मोदी राष्ट्रपति से मिले.

Kinshuk Praval

नोटबंदी के फैसले के खिलाफ संसद से सड़क तक घमासान मचा है. जहां सियासत अपने चरम पर है तो वहीं आम आदमी अपने ही पैसे निकालने के लिये बैंकों और एटीएम में दस दिनों से परेशान है. कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों के टारगेट पर पीएम मोदी हैं. सरकार पर नोटबंदी का फैसला वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. जबकि बीजेपी का कहना है कि जनता पीएम मोदी के साथ है.

बदलते राजनीतिक और सामाजिक हालातों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की. नोटबंदी के एलान के बाद पहली बार मोदी राष्ट्रपति से मिले.दोनों के बीच तकरीबन 45 मिनट बातचीत हुई. राष्ट्रपति को मोदी ने जनता की सुविधा के लिये सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों की जानकारी दी. राष्ट्रपति भवन के सूत्रों के मुताबिक चर्चा में प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति को उन सारे कदमों की जानकारी दी जिन्हें जनता की परेशानी को दूर करने के लिये उठाया गया है.


वित्तमंत्री के तजुर्बे से राष्ट्रपति ने की सराहना

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नोटबंदी के फैसले पर सरकार की तारीफ की. राष्ट्रपति ने कहा कि ‘मैं खुद वित्तमंत्री रहा हूं, ऐसे फैसलों का रिजल्ट एक दिन में नहीं मिलता है. इसके लिए लगातार प्रयास करने की जरूरत है.’

सरकार के फैसले की सराहना करते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि इसमें लगातार काम की जरूरत ताकि आम जनता को राहत मिले.

नोटबंदी के बाद पूरे देश में बैंकों और एटीएम के सामने पुराने नोट बदलने और नकदी निकासी के लिए लंबी कतारें लगी हुई हैं. एक तरफ संसद में घेराव तो दूसरी तरफ सड़कों पर राजनीतिक विरोध. इन सबके बीच सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की नोटबंदी पर टिप्पणी सरकार के माथे पर पसीना लाने के लिए काफी है.

सर्वोच्च अदालत ने कहा कि सरकार लोगों की परेशानी और कठिनाई से इनकार नहीं कर सकती है. सर्वोच्च अदालत ने कहा कि अगर यह परेशानी जारी रही तो 'हमें दंगे देखने पड़ सकते हैं, क्योंकि कतारों में घंटों खड़े रहने से लोग व्यग्र हो गए हैं.'

500 और 1000 के नोट बंद करने के बाद हुई परेशानियों को देखते हुए सरकार ने कई दिशानिर्देश जारी किये हैं.

लेकिन नोटबंदी के बाद के नाकाफी इंतजामों और लोगों की कतारों में मौत मामले को गंभीर बना रही है. इस मौके को राजनीतिक दल किसी भी कीमत पर गंवाना नहीं चाहते हैं. संसद के दोनों सदनों में नोटबंदी के मुद्दे पर शुक्रवार को भी सरकार और विपक्ष के बीच तकरार हुई, जिस वजह से सदन की बैठक दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी. नोटबंदी के मुद्दे पर अब सरकार और विपक्ष दोनों ही आरपार के मूड में हैं. ऐसे में राष्ट्रपति की तारीफ पीएम मोदी के फैसले को मजबूती देने का काम कर सकती है.