नगालैंड और मेघालय के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत की संभावनाओं को बल देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन राज्यों में चुनावी रैलियों को संबोधित करने के लिए पहुंचे हैं. पूर्वोत्तर के इन दोनों ही राज्यों में 27 फरवरी को मतदान होने हैं.
ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी ने आज यानी गुरुवार को नगालैंड की राजधानी कोहिमा से करीब 360 किलोमीटर दूर तुएनसांग जिले में पहली रैली को संबोधित किया. तुएनसांग में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा 'पूर्वोत्तर में उनका उद्देश्य है ट्रांसपोर्टेशन से ट्रांसफोर्मेशन'. मोदी ने कहा कि 'हम तकनीक की मदद से यह सुनिश्चित करेंगे कि राज्य को आवंटित किया गया धन लोगों तक पहुंचे.'
तुएनसांग में प्रधानमंत्री मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि नगालैंड के ऊर्जावान युवा, रचनात्मक महिलाएं, किसान मिलकर नगालैंड को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे.
दरअसल पूर्वी नगालैंड के तुएनसांग जिले में छह विधानसभा सीटें हैं. जिनमें से चार पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं. जबकी बाकी की दो सीटों पर उसकी सहयोगी नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) ने उम्मीदवार उतारे हैं. असम, अरूणाचल प्रदेश और मणिपुर में अपनी सरकारों के गठन के बाद बीजेपी पूर्वोत्तर में अपने पांव और फैलाने के प्रयास कर रही है. प्रधानमंत्री की रैलियां इसी कड़ी का हिस्सा है.
तुएनसांग से प्रधानमंत्री मेघालय गए और वहां के फुलबारी में लोगों को संबोधित किया. 'प्रधानमंत्री मोदी ने फुलबारी में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा राज्य सरकार ने उनके 50 साल बर्बाद किए हैं. मैं आपसे विनती करता हूं की हमें पांच साल के लिए एक मौका दें.'
राज्य सरकार पर हमला करते हुए मोदी ने कहा कि मेघालय को डबल इंजन की जरूरत है एक मेघालय और दूसरा दिल्ली. अगर दोनों इंजन एक साथ काम करेंगे तो 50 सालों से रुका पड़ा काम भी फिर से चालू हो जाएगा.
बता दें कि मेघालय का यह जिला साल 1972 में राज्य के गठन के बाद से ही कांग्रेस का गढ़ माना जाता है.