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राष्ट्रपति चुनाव 2017: रामनाथ कोविंद से पहले इन नामों पर खूब हुई थी चर्चा

रामनाथ कोविंद के नाम की घोषणा होने से पहले कई और नामों पर भी खूब चर्चा हुई थी.

FP Staff

रामनाथ गोविंद को एनडीए का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके नाम का ऐलान किया. कोविंद फिलहाल बिहार के राज्यपाल हैं. कानपुर के रहने वाले कोविंद बीजेपी के दलित मोर्चे के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. साथ ही वो दो बार राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं.

इससे पहले बीजेपी पार्लियामेंटरी बोर्ड की बैठक हुई. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत कई अन्य बड़े नेता शामिल हुए थे.


बैठक में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर चर्चा हुई थी. मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और राष्ट्रपति चुनाव की तारीख 17 जुलाई को तय की गई है. वोटों की गिनती 20 जुलाई को की जाएगी. इसके लिए नामांकन पहले ही प्रारंभ हो चुके हैं, जो 28 जून तक चलेंगे.

बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 जून को अमेरिका के लिए रवाना होने वाले हैं, इसके पहले एनडीए की तरफ से 23 जून को राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल किया जाएगा.

इससे पहले देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा? ये सवाल एक बड़ा मुद्दा बना हुआ था. नए राष्ट्रपति के नाम को लेकर सभी राजनीतिक दल बैठकें और विचार-विमर्श में जुटे है थे.

कोविंद के नाम की घोषणा होने से पहले राष्ट्रपति पद के लिए कई नामों पर चर्चा हुई थी. इनमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, वरिष्ठ बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी, लाल कृष्ण आडवाणी, पूर्व सीजेआई और केरल के राज्यपाल पी सदाशिवम, मेट्रो मैन ई श्रीधरन, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और देश में हरित क्रांति के जनक एम एस स्वामीनाथन का नाम लिस्ट में टॉप पर थे.

हाल ही में शिवसेना ने राष्ट्रपति के उम्मीदवार के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और एमएस स्वामीनाथन के नाम का भी समर्थन किया था. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि अगर भाजपा को संघ प्रमुख के नाम पर आपत्ति है तो हम एमएस स्वामीनाथन का नाम सुझाना चाहते हैं.

आपको बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने तीन सदस्यों वाली एक कमेटी का गठन किया था, जो कि अन्य राजनीतिक दलों से राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार के नाम पर एक राय बनानी की कोशिश कर रही थी. तीन सदस्यीय इस कमेटी में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू शामिल हैं.