प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी सरकार के गरीब समर्थक एजेंडे को रेखांकित किया और कहा कि गरीबों ने हम पर जो विश्वास दिखाया है उसे नहीं तोड़ा जाना चाहिए. एनडीए की बैठक में सहयोगी दलों ने 2019 का लोकसभा चुनाव उनके मजबूत नेतृत्व में लड़ने का संकल्प जताया.
भाजपा की 32 सहयोगी दलों के साथ बैठक में 2019 के लोकसभा चुनावों पर चर्चा की गई और सभी ने एक प्रस्ताव पारित कर मोदी सरकार की नीतियों की सराहना की और आगामी लोकसभा चुनावों में लोगों से फिर से सत्ता में वापस लाने का आह्वान किया.
सभी सहयोगियों के विचार व्यक्त करने के बाद मोदी ने समापन भाषण में कहा कि एनडीए के विस्तार पर काम जारी रहेगा. उन्होंने अपने सहयोगियों से कहा कि युवाओं से खुद को जोड़ें.
उन्होंने 'नए भारत' के एजेंडा के बारे में बात की. पीएम ने चुनाव सुधार के मुद्दे पर जोर देते हुए कहा कि एनडीए के सहयोगियों को राजनीतिक दलों के बीच सहमति बनाने का प्रयास करना चाहिए.
बैठक के बाद उन्होंने ट्वीट किया, अभी-अभी एनडीए के महत्वपूर्ण सहयोगियों के साथ बैठक की. हमने कई मुद्दों पर सार्थक विचारों का आदान-प्रदान किया. शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मोदी के साथ अलग से बैठक की जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र में किसानों के रिण माफी की मांग की. ठाकरे अकसर मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधते रहे हैं.
वर्ष 2014 में सत्ता में आने के बाद एनडीए की यह दूसरी बैठक है, जिसमें गोवा और पूर्वोत्तर राज्यों में बने एनडीए के नए सहयोगी भी शामिल हुए.