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तीन तलाक: क्या है राजनीतिक पार्टियों और नेताओं का कहना?

सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम महिलाओं की याचिका पर सुनवाई के बाद अपने निर्णय में तीन तलाक को असंवैधानिक घोषित कर दिया है

FP Staff

देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक को असंवैधानिक करार दे दिया है. कोर्ट ने मंगलवार को इसपर अपना फैसला सुनाते हुए मुस्लिम महिलाओं को राहत देते हुए तीन तलाक पर रोक लगा दिया है.

मुस्लिम महिलाओं के पक्ष में आए सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का देश के राजनीतिक दलों ने स्वागत किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट कर इस फैसले को एतिहासिक करार दिया है. उन्होंने कहा कि इससे मुस्लिम महिलाओं को बराबरी का अधिकार मिलेगा है. साथ ही यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है.


बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कोर्ट के निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए इसे मुस्लिम महिलाओं के लिए स्वाभिमान पूर्ण और समानता के एक नए युग की शुरुआत करार दिया है.

कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस फैसले को देश के संवैधानिक मूल्यों की जीत बताया है. उन्होंने कोर्ट के दिए इस फैसले को किसी धर्म विशेष से जोड़कर नहीं देखने की अपील की.

बीजेपी ने भी तीन तलाक पर मुस्लिम महिलाओं के पक्ष में दिए इस फैसले का स्वागत किया.

कांग्रेस पार्टी ने भी सुप्रीम कोर्ट के सुनाए फैसले का स्वागत किया. कांग्रेस ने इसे धर्मनिरपेक्ष और मुस्लिम महिलाओं के हितों की रक्षा करने वाला करार दिया.

हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अदालत के तीन तलाक पर दिए फैसले को स्वीकार करते हुए कहा कि इसे देश भर में लागू करवा पाना बड़ी चुनौती साबित होगी.

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन तलाक पर आए फैसले का स्वागत करते हुए इसे एतिहासिक करार दिया है.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि इससे तीन तलाक को खत्म करने में मदद मिलेगी. पार्टी के ही एक और वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने फैसले को अच्छा बताते हुए कहा कि वो अदालत से ऐसा निर्णय सुनाए जाने की उम्मीद कर रहे थे.