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भगवान राम और कृष्ण की तुलना कर फंसे मुलायम, सियासी बवाल

मुलायम सिंह यादव के बयान को लेकर आरोप लग रहे हैं कि वह भगवान को भी बांटना चाहते हैं

FP Staff

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने भगवान राम और कृष्ण को एक बयान दिया है जिससे सियासी बवाल खड़ा हो गया है. मुलायाम सिंह यादव ने कहा था, ‘आप दक्षिण भारत जाइए. जितना सम्मान कृष्ण का वहां है उतना कहीं नहीं है. ठीक है हमारे आदर्श हैं राम जी, लेकिन स्वीकार करना पड़ेगा कि हिंदुस्तान के बाहर कृष्ण का नाम है और उत्तर भारत में राम को बहुत आदर्श माना जाता है.’

बीजेपी ने मुलायम के इस बयान पर हमलावर रुख अपनाते हुए इस बयान की निंदा की है. कांग्रेस ने भी कहा है कि इस तरह की बयानबाजी से बचा जाना चाहिए.


बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मनोज मिश्र ने कहा है कि मुलायम हताश हैं और कुछ भी बयान देते रहते हैं. उन्होंने कहा कि अभी तक उन्होंने अब तक बांटने का ही काम किया है. समाज, धर्म और देश को बांटा है, अब भगवान को भी बांट रहे हैं.

बीजेपी ने भगवान को बांटने का लगाया आरोप

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह का कहना है कि जब देवी-देवता कण-कण में विद्यमान हों तो उत्तर-दक्षिण का सवाल कहां खड़ा होता है? उन्होंने कहा कि भगवान आस्था के प्रतीक हैं. कोई राम को मानता है, कोई रहीम को.

लोगों को लोकतंत्र में अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का अधिकार है. ऐसे में किसी भी दल के नेता को राम-रहीम को राजनीति में नहीं घसीटना चाहिए और इस तरह की बयानबाजी से बचना चाहिए.

गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव रविवार को गाजियाबाद पहुंचे थे. उनके बयान का यह मतलब निकाला जा रहा है कि भगवान राम की पूजा करने वाले कम लोग हैं, जबकि श्रीकृष्ण को मानने वाले ज़्यादा हैं. उन्होंने कहा कि श्रीराम को सिर्फ उत्तर-भारत में पूजा जाता है लेकिन श्रीकृष्ण के अनुयायी उत्तर से लेकर दक्षिण तक हैं.