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आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मोदी: ये कार्यकर्ता ही मेरे हजारों हाथ हैं-मोदी

नरेंद्र मोदी अब अलग-अलग राज्यों की आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं से बात कर रहे हैं

FP Staff

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नमो ऐप के जरिए आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं. पीएम के भाषण की अहम बातें.

अपडेट 7- पीएम मोदी ने कहा कि पहले जन्म के 42 दिन तक आशा वर्कर को 6 बार बच्चे के घर जाना होता था. अब 15 महीने तक 11 बार आपको बच्चे का हालचाल जानना ज़रूरी है. मुझे विश्वास है कि आपके स्नेह और अपनेपन से एक से एक बेहतरीन नागरिक देश को मिलेंगे.


अपडेट 6- मोदी ने कहा, एनीमिया हर साल सिर्फ एक फीसदी की दर से घट रही है. सरकार ने तय किया कि राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत इस गति को तीन गुना किया जाए. एनीमिया मुक्त भारत के इस संकल्प को आप सभी पूरी ताकत से पूरा करने वाले हैं. एनीमिया से मुक्ति का मतलब लाखों गर्भवती महिलाओं और बच्चों को जीवन दान है.

अपडेट 5- नरेंद्र मोदी अब अलग-अलग राज्यों की आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं से बात कर रहे हैं.

अपडेट 4-मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने झुनझुनु से राष्ट्रीय पोषण मिशन की शुरुआत की थी. यह हमारे लिए बहुत बड़ा मिशन है.

अपडेट 3- आंगनबाड़ी की कार्यकर्ताओं की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा था कि पहले भगवान के हजार बाहु थे. इसका मतलब यह नहीं है कि उनके हाथ निकले हुए थे. उनके पास ऐसे लोग थे जो उनकी तरफ से काम करते थे. आप लोग पीएम मोदी के हाथ हैं.

अपडेट 2- इस हालात से बाहर निकालने के लिए 2014 के बाद हमने नई रणनीति के तहत काम करना शुरू किया है. इसके तहत टीकाकरण अभियान को दूर-दराज के इलाकों में बढ़ाने का काम किया है. 3 करोड़ से ज्यादा बच्चों और 85 लाख से ज्यादा महिलाओं का टीकाकरण कराया है. पूर्वी देश की महिलाओं को इस बात की जानकारी है कि किस तरह इंसेफेलाइटिस की बीमारी बढ़ रही है. हमारी सरकार ने इससे निपटने के लिए कई मिशन शुरू किया है.

अपडेट 1- देश की हर मां पर बच्चों को मजबूत करने का जिम्मा है. पोषण यानी खानपान. टीकाकरण. स्वच्छता. ऐसा नहीं है कि पहले लोग इस बारे में जानते नहीं थे. पहले इसकी कोई योजना नहीं थी. इन तमाम बातों में पहले बहुत अधिक सफलता नहीं मिली. बहुत कम संसाधनों वाले देश भी इस मामले में हम से आगे निकल गए हैं.