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पीएम मोदी के धन्यवाद प्रस्ताव की बड़ी बातें

इंदिरा गांधी को कमेटी ने नोटबंदी के बारे में बताया था लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया

FP Staff

राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया. पीएम मोदी ने नोटबंदी और उसके बाद के हालात पर बयान दिया. मोदी के भाषण में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह खास तौर पर निशाने पर रहे.


पीएम मोदी के धन्यवाद प्रस्ताव की बड़ी बातें

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान हुए कई घोटालों के बावजूद उनपर दाग नहीं लगा. मनमोहन सिंह रेनकोट पहन कर नहाने की कला में माहिर हैं. मोदी की इस टिप्पणी से नाराज होकर कांग्रेस सांसदों और समाजवादी सांसदों ने राज्यसभा से वॉक आउट किया.

नोटबंदी भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ लड़ाई है. ये कोई राजनीतिक लड़ाई नहीं है. इस बार सरकार और जनता साथ-साथ थी. पहली बार ऐसा हुआ कि जनता का मिजाज एक तरफ और नेताओं का मिजाज एक तरफ. दुनिया में कहीं भी इतना बड़ा और व्यापक फैसला नहीं हुआ.

पुराने 500 और 1000 के नोटों के बंद होने से जब इतनी ज्यादा करंसी बैंकों के पास आई तो कर्ज देने की ताकत बढ़ी और ब्याज दर कम हुई. असम में चाय बागानों में काम करने वालों के लिए सरकार ने खाते खुलवाए. इसके चलते उन्हें पूरा वेतन मिलने लगा

 नवंबर-दिसंबर के 40 दिनों में लगभग 700 नक्सलियों ने सरेंडर किया. देश में ऐसा पहली बार हुआ. दुश्मन देश में जाली नोट का कारोबार करने वाले को आत्महत्या करनी पड़ी.

वांचू कमिटी ने जब नोटबंदी के लिए रिपोर्ट दी थी तब इतनी समस्याएं नहीं थीं.

इंदिरा गांधी के शासनकाल में कमेटी ने नोटबंदी के बारे में बताया था. लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया. 26 अगस्त 1992 में ज्योतिर्मय बसु जी ने कहा था कि श्रीमती इंदिरा गांधी की सरकार काले धन की वजह से है.

भीम ऐप से कोई कमिशन नहीं लेता. दुनिया कैशलेस की ओर जा रही है, भारत को इसमें पीछे नहीं रहना चाहिए. जिस देश को लोग अनपढ़ कहते हैं, वहां लोग बटन दबाकर वोटिंग करते हैं. दुनिया के कई देश पेपर पर वोट करते हैं. स्वाभाविक है कि देश में कैशलेस का मतलब है कि धीरे-धीरे समाज को इस ओर ले जाना