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मणिपुर को नहीं चाहिए 10 परसेंट वाला मुख्यमंत्री: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने इंफाल में मणिपुर की कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा

FP Staff

पीएम मोदी ने मणिपुर की राजधानी इंफाल की रैली में वहां की कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा. रैली में पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे दिल्ली में ढाई साल हुए हैं लेकिन यहां मुख्यमंत्री 15 साल से बैठा है, कोई काम नहीं हुआ है. कोई विकास नहीं हुआ है. उन्होंने मणिपुर को बर्बाद कर दिया. जो काम यहां 15 साल में नहीं हुआ वो काम बीजेपी की सरकार आने पर 15 महीने में करके दिखाएंगे.'

पीएम मोदी ने कहा, ' पहले यहां के मंत्री दिल्ली में बैठे रहते थे, लेकिन दिल्ली में बैठे पीएम मिलने का समय नहीं देते थे. अब पीएम के दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं. पिछले दो साल में भारत सरकार के मंत्रियों के 90 दौरा हुआ है. मैं खुद भी यहां आया हूं और भारत सरकार की योजनाओं के बारे में हिसाब लिया. 40 साल बाद एनईसी की बैठक में कोई पीएम आया. वह मैं था. सिक्किम विकास कर रहा है क्योंकि वहां पर बीजेपी की सरकार है. बाकी उत्तर पूर्व के राज्य पीछे हैं.'


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मणिपुर में खूब भ्रष्टाचार हुआ है. देश में कहीं भी मुख्यमंत्री के लिए परसेंट की बात नहीं होती. मणिपुर में 10 परसेंट वाला मुख्यमंत्री है. अब यहां जीरो परसेंट वाला मुख्यमंत्री चाहिए.

पीएम मोदी ने कि लूटा हुआ माल वापस लिया जाएगा. यहां के भ्रष्टाचार का हिसाब होगा. यहां पर राजनीति के लिए लोगों को लड़ाया गया है. ऐसे लोगों को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है. यहां कहते हैं कि नगाओं के साथ जो समझौता हुआ है, उस पर सवाल उठाए जाते हैं.

उन्होंने कहा कि अब तक यहां के मुख्यमंत्री ने कुछ नहीं किया. अब अचानक डेढ़ साल बाद चुनाव की घोषणा के बाद झूठ फैला कर लोगों को बांटने का काम हो रहा है. हमने कांग्रेस को समझौते के बारे में सब कुछ पहले ही बताया था. अब वह इस पर सवाल उठा रहे हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि नागाओं के साथ जो भी समझौता हुआ है, उसमें मणिपुर की सीमा के साथ कोई समझौता नहीं है. यहां की कांग्रेस सरकार झूठ बोल रही है. पीएम मोदी ने कहा कि एक भी शब्द ऐसा नहीं है जो मणिपुर के खिलाफ जाता हो.

60 सदस्यों की मणिपुर विधानसभा के लिए 4 और 8 मार्च को चुनाव होना है. इस चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर है. मणिपुर में पिछले 15 साल से कांग्रेस राज कर रही है. हालांकि पिछले छह महीने के दौरान कांग्रेस के कई नेता मंत्री बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. बीजेपी इस बार मणिपुर में अपने प्रमुख गठबंधन सहयोगी एनपीपी, एनपीएफ और लोक जनशक्ति पार्टी के बगैर चुनाव लड़ रही है. ये सभी पार्टियां अलग अलग चुनाव लड़ रही हैं.