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PM मोदी का लोकसभा में जवाब: 2019 महासमर में बीजेपी की रणनीति की दिखी झलक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे रहे थे.

Amitesh

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे रहे थे. सदन में हुई बहस के दौरान कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों की तरफ से किए गए हमले का उन्होंने जवाब भी दिया. उन्होंने एक-एक कर अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं लेकिन, इस दौरान कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमला भी बोला.

मोदी को मालूम है कि अब चुनाव में जाने का वक्त है. मौजूदा लोकसभा का आखिरी सत्र चल रहा है, लिहाजा, मोदी कांग्रेस के 55 साल के कार्यकाल से अपने 55 महीने की तुलना करते नजर आए. उनके जवाब में विरोधियों को जवाब देने के साथ-साथ जनता को पाई-पाई का हिसाब देने की कोशिश भी दिखी, जिसका जिक्र वो सत्ता संभालते वक्त किया करते थे.


क्योंकि, अब चुनाव का बिगुल बजने वाला है, लिहाजा मोदी का जवाब कुछ वैसा ही दिखा. मोदी ने कहा, हमारे कांग्रेसी मित्र सिर्फ यही बातें सोचते हैं, BC और AD. BC का मतलब है बिफोर कांग्रेस और AD का मतलब है आफ्टर डायनेस्टी. दरअसल कांग्रेस की तरफ से बार-बार यही आरोप लग रहे हैं कि मोदी सरकार के कार्यकाल में कुछ काम नहीं हुआ, जिसपर मोदी ने BC और AD के उदाहरण से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनके परिवार पर सीधा हमला बोला.

संवैधानिक संस्थाओं को नेस्तनाबूद करने और लोकतंत्र-संविधान को बर्बाद करने के भी आरोप मोदी पर लगते रहे हैं. इसपर भी उन्होंने पलटवार किया. उन्होंने कहा, ‘उल्टा चोर चौकीदार को डांटे?’ एक-एक कर कांग्रेस के शासन काल में हुए वाकयों का जिक्र करते हुए मोदी ने सबसे पहले आपातकाल की याद दिलाई. मोदी ने कहा, आपातकाल थोपा कांग्रेस ने, सेना को अपमानित किया कांग्रेस ने, देश के सेनाध्यक्ष को गुंडा कहा कांग्रेस ने, कहानियां गढ़ी तख्तापलट करने की कांग्रेस ने, सेना की इज्जत को धज्जिया उड़ाने की कोशिश की कांग्रेस ने. लेकिन, मोदी को दोष देते हो, हम पर आरोप लगाते हो कि संवैधानिक संस्थाओं को खत्म करने का.’

मोदी के निशाने पर गांधी-नेहरू परिवार था, लिहाजा उन्होंने धारा 356 के ‘दुरुपयोग’ का भी जिक्र करते हुए अकेले इंदिरा गांधी के कार्यकाल में 50 बार इसके ‘दुरुपयोग’ कर राष्ट्रपति शासन लागू करने का आरोप लगाया.

उन्होंने चुनाव आयोग और ईवीएम पर भी सवाल उठाने की कोशिश को गलत बताया. मोदी ने एक बार फिर आरोपों की झड़ी लगा दी. कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करते हुए मोदी ने कहा, ‘न्यायपालिका को कांग्रेस धमकाती है. जबकि उसके निर्णय का सम्मान करना चाहिए.’

सदन के भीतर और बाहर कांग्रेस राफेल के मुद्दे को लगातार उठाकर मोदी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है. अब बारी मोदी की थी, तो एक-एक कर भ्रष्टाचार के मसले पर कांग्रेस पर पलटवार किया. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी चाहती है कि राफेल सौदा रद्द हो. वो सेना को निहत्था बनाना चाहती है.’

मोदी ने कहा, ‘वे (कांग्रेस) बिना दलाली के कोई सौदा कर ही नहीं सकते. ये झूठ इस कंफिडेंस से कैसे बोल सकते हैं ? लेकिन, मैंने देखा कि इनके कार्यकाल में हुआ एक भी सौदा बिना किसी दलाली के हुआ ही नहीं, कभी कोई चाचा, कोई मामा का नाम आया.’

उन्होंने कहा कि जब पारदर्शिता और ईमानदारी से देश की वायुसेना को मजबूत करने का काम होता है तो कांग्रेस के लोग परेशान हो जाते हैं. इनके चेहरे उतरे हैं क्योंकि अब तीन-तीन राजदार पकड़ कर लाए गए हैं. इसलिए इनकी बेचैनी मैं समझ सकता हूं.

मोदी ने बेनामी संपत्ति के मुद्दे पर अपनी सरकार की तरफ से की गई कार्रवाई और भगोड़े विजय माल्या जैसे लोगों की संपत्ति को जब्त करने की कोशिश को भी सामने रखा. भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई का ब्योरा रख मोदी हर तरह से विरोधियों की धार को कुंद करने की तैयारी में दिखे.

महागठबंधन की तरफ से देश भर में मोदी को घेरने की कोशिश की जा रही है. प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर सभी विरोधी दलों के जमावड़े को ही सवालों के घेरे में ला खड़ा किया. मोदी ने महागठबंधन को महामिलावट बताकर उसकी धज्जियां उड़ाने की कोशिश भी की. उन्होंने कहा, ‘जब मिलावटी सरकार होती है तो क्या होता है, अब तो महामिलावट होने वाला है. महामिलावट यहां पहुंचने वाले नहीं हैं. कलकत्ते में देख लो, इकठ्ठा कर लो, केरल में एक-दूसरे का मुंह नहीं देख पाएंगे.’ मोदी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि यूपी में तो इन्हें बाहर कर दिया.

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से देश भर में बन रहे महागठबंधन की हवा निकालने की कोशिश की जा रही है. कोलकाता में 19 जनवरी को हुई रैली में सभी विरोधी दलों के नेता मिलकर मोदी को घेरने के लिए रणनीति बनाते नजर आए. अब कटाक्ष मोदी की तरफ से हो रहा है.

सभी दलों के एक होकर मोदी को घेरने की रणनीति को वो देश की जनता के सामने अनहेल्दी दिखाने में लगे हैं. उन्होंने पिछले तीस सालों तक देश में मिली-जुली सरकारों को देश के विकास में बाधा बताते हुए कहा, ‘ये महामिलावट देश ने 30 साल तक देख लिया है. ‘हेल्दी सोसायटी’ महामिलवाट से दूर होती है, हेल्दी डेमोक्रेसी वाले भी महामिलावट से दूर रहने वाले हैं.’

मोदी का लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब विरोधियों के हर सवालों का जवाब भी था और आने वाले महासमर में बीजेपी की रणनीति का इशारा भी था, जिसके सहारे मोदी एक बार फिर आक्रामक अंदाज में विरोधियों पर हमले की तैयारी में हैं.