संसद के जारी बजट सत्र के दौरान कांग्रेस ने अपने सदस्यों को राज्यसभा में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है. पार्टी के सभी राज्यसभा सांसदों को चार फरवरी से लेकर आठ फरवरी तक के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया गया है.
माना जा रहा है कि संसद के उच्च सदन में अंतरिम बजट समेत सरकार के अन्य प्रस्तावों और विधेयकों पर बहस और मतदान होगा. इसे देखते हुए कांग्रेस ने अपने सदस्यों को उपस्थित रहने का व्हिप जारी किया है. पार्टी ने एनआरसी बिल पर बहस और मतदान के मद्देनजर भी व्हिप जारी किया है
क्या होता है व्हिप जारी होना?
व्हिप का उल्लंघन दल बदल विरोधी अधिनियम के तहत माना जा सकता है और सदस्यता रद्द कर दी जा सकती है. व्हिप तीन तरह के होते हैं- एक लाइन का व्हिप, दो और तीन लाइन का व्हिप.
इन तीनों व्हिप में तीन लाइन का व्हिप सबसे अहम माना जाता है. इसे कठोर कहा जाता है. इसका इस्तेमाल सदन में अविश्वास प्रस्ताव जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर बहस या वोटिंग में किया जाता है. यदि किसी सदस्य ने इसका उल्लंघन किया तो उसकी सदस्यता खत्म होने का भी प्रावधान है.
हालांकि व्हिप को लोकतंत्र की मान्यताओं के अनुकूल नहीं माना जाता है, क्योंकि इसमें सदस्यों को अपनी इच्छा से नहीं, बल्कि पार्टी की इच्छा के अनुसार कार्य करना होता है जो लोकतंत्र की भावनाओं के खिलाफ है.