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राजस्थान में बनेगी रानी पद्मिनी की 9 फीट ऊंची प्रतिमा

राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार उदयपुर में चितौड़ की महारानी पद्मिनी की नौ फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित करेगी

FP Staff

एक लंबे समय तक विवादों में रही पद्मावती अब एक बार फिर चर्चा में आ चुकी है. इस बार इसकी चर्चा में आने की वजह है रानी पद्मिनी की नौ फीट ऊंची प्रतिमा. दरअसल राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार उदयपुर में चितौड़ की महारानी पद्मिनी की नौ फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित करेगी. राजस्थान सरकार ने प्रतिमा लगाने का ऑर्डर जयपुर के मूर्तिकार राजकुमार को दे दिया है. अनुमान लगाया जा रहा है कि इस कार्य में कुल खर्च एक करोड़ तक आ सकता है. सरकार इस कार्य को अगले छह महीने में करना चाहती है.

दो साल पुराना है प्रतिमा लगाने का फैसला


राजस्थान के गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि फैसला तो दो साल पुराना है. लेकिन अब इसे अमलीजामा पहनाया जा रहा है. पद्मिनी के साथ महाराणा सांगा, पन्नाधाय और आदिवासियों के संत गोविंद गुरु की प्रतिमा भी स्थापित होगी. प्रतिमाएं उदयपुर नगर निगम, उदयपुर की सड़कों के पास खास जगहों पर स्थापित करेगी.

जयपुर के मूर्तिकार तैयार करेंगे प्रतिमा

जयपुर के मूर्तिकार रानी पद्मिनी के जौहर को दिखाने वाली प्रतिमा तैयार करेंगे. इसके लिए उन्होंने अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं जिसमें पहले ही वह एक मॉडल बना चुके हैं. बताया जा रहा है कि प्रतिमा को जीवंत करने के लिए मूर्तिकार पद्मिनी के जौहर से जुड़ी किताबें पढ़ रहे हैं जिससे उनके चेहरे के भाव का चित्रण किया जा सकें.

विफलताओं पर पर्दा डालना चाहती है सरकार

प्रतिमा के निर्माण के साथ ही सियासत भी शुरु हो गई है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राजस्थान सरकार राज्य में अगले साल होने वाले चुनाव से पहले महरानी पद्मिनी की प्रतिमा स्थापित कर विफलताओं पर पर्दा डालना चाहती है. अगर सरकार पद्मिनी को सम्मान देना चाहती तो चार साल तक प्रतिमा को क्यों स्थापित नहीं की गई.

राजपूतों को साधना बीजेपी का कमसद

पद्मिनी की प्रतिमा स्थापित करने के पीछे सरकार का एक सियासी मकसद बीजेपी के बड़े वोट बैंक राजपूतों को साधना हो सकता है. राजपूत समुदाय की कई मुद्दों को लेकर राज्य की बीजेपी सरकार से नाराजगी रही. अगले साल विधानसभा चुनाव हैं. मेवाड़ समेत राजस्थान में राजपूत न केवल बीजेपी का बड़ा वोट बैंक हैं बल्‍कि निर्णायक भी हैं.