प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वीवीआईपी हेलीकाप्टर, एफसीआरए उल्लंघन मामलों में आरोपी राजीव सक्सेना और दीपक तलवार को गिरफ्तार किया गया है. उन्हें दुबई से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया है. इस मामले में सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने इस मामले पर बयान दिया है. उन्होंने कहा, यह तब होता है जब सरकार खुद ही प्रॉसीक्यूटर, जज और जूरी बन जाती है, वे कुछ भी दावा कर सकते हैं. उन्हें केस फाइल करने दें और जो भी दोषी हो उसे सजा दें.
गौरतलब है कि दुबई के अधिकरियों ने राजीव शमशेर बहादुर सक्सेना को बुधवार सुबह पकड़ा. लेकिन इस बीच उनके वकील का कहना है कि उनका
प्रत्यर्पण गैरकानूनी ढंग से किया गया है. वकील गीता लूथरा का कहना है कि सक्सेना को बुधवार सुबह 9.30 बजे पकड़ा गया और अवैध तरीके से शाम
5.30 बजे भारत ले जाया गया.
सक्सेना के वकीलों ने आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ यूएई में कोई प्रत्यर्पण कार्यवाही शुरू नहीं हुई और उन्हें भारत भेजे जाने के समय अपने परिवार या वकीलों से मिलने नहीं दिया गया.
सक्सेना और तलवार को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में उनकी भूमिका की जांच कर रही ईडी को सौंपा गया है. ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया है और गुरुवार को
ही उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा. दोनों को स्पेशल विमान के जरिए दिल्ली लाया गया है. अकाउंटेंट का भी काम करने वाले सक्सेना को दुबई के
अधिकारियों द्वारा ईडी के आग्रह पर एक अदालत के गैरजमानती वारंट जारी करने के आधार पर भारत भेजा गया.
इस मामले में दूसरे आरोपी और कथित बिचौलिये ब्रिटिश नागरिक क्रिश्चियन जेम्स मिशेल को पिछले साल दिसंबर में दुबई से प्रत्यर्पित करके भारत लाया
गया था. वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है. गौरतलब है कि ईडी ने दुबई में रहने वाले सक्सेना को इस मामले में कई बार तलब किया था और 2017 में चेन्नई हवाई अड्डे से उसकी पत्नी शिवानी सक्सेना को गिरफ्तार भी किया था. वह जमानत पर रिहा चल रही है. ईडी का आरोप है कि सक्सेना, उसकी पत्नी और दुबई स्थित उसकी दो फर्मों ने मनी लॉन्ड्रिंग की है.
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