कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपनी सरकार के कार्यकाल में सबसे अधिक विकास दर होने के दिए बयान को झूठा करार दिया है. पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि उनका (प्रधानमंत्री) यह दावा नीति आयोग के गढ़े गए फर्जी आंकड़ों पर आधारित है.
चिदंबरम ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, 'एनडीए सरकार में 'उच्चतम विकास दर' होने का बीजेपी का दावा नीति आयोग के रचित फर्जी आंकड़ों पर आधारित है.' उन्होंने कहा, 'इन आंकड़ों को जाने-माने हर अर्थशास्त्री और सांख्यिकीविद् ने सिरे से खारिज किया है.’
उन्होंने कहा कि पहले प्रकाशित किए गए सीएसओ आंकड़े और रियल सेक्टर सांख्यिकी पर एनएससी कमेटी द्वारा अगस्त में जारी आंकड़े ही विश्वसनीय हैं. पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, 'आजादी के बाद से सबसे बढ़िया विकास यूपीए-1 के दौरान (2004-2009) में हुआ और वास्तव में वो अब तक का सबसे बेहतर विकास था.'
बता दें कि वायब्रेंट गुजरात समिट-2019 का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को कहा था कि उनकी सरकार में औसत जीडीपी 7.3 प्रतिशत रही है. 1991 के बाद से अब तक किसी सरकार के कार्यकाल में यह विकास दर दर्ज नहीं की गई है.
(भाषा से इनपुट)