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पी. चिदंबरम ने पूछाः अर्थव्यवस्था अगर मजबूत तो बैंकों को आर्थिक मदद क्यों?

उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है. अर्थव्यवस्था में साल 2014 के बाद से जबरदस्त गिरावट आई है

FP Staff

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सरकार के 6 लाख करोड़ रुपए के भारतमाला परियोजना को लेकर सवाल उठाया है.

उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था अगर मजबूत है तो बैंकों में दोबारा से पूंजीकरण की जरूरत क्यों पड़ रही है.


उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है. अर्थव्यवस्था में साल 2014 के बाद से जबरदस्त गिरावट आई है.

चिदंबरम ने कहा, 'भारत की अर्थव्यवस्था 8.5 फीसदी की दर से विकास कर रही थी.' लेकिन काले धन या सफेद पैसे की तरह कुछ भी नहीं है. नोटों का रंग काला नहीं है यह पुराने लोगों की तरह ही है.

उन्होंने कहा, 'किसी भी उद्देश्य का मौलिकता हासिल नहीं किया गया है. वे किसी भी काले धन को पकड़ नहीं सके हैं.'

डिमोनेटाइजेशन ने छोटे और मध्यम व्यवसायों को तोड़ दिया है इसलिए नई नौकरियां नहीं बनाई जा रही हैं. बिग व्यवसाय कई नौकरियां नहीं बनाते हैं, यह छोटे और मध्यम व्यवसाय है जो ऐसा करते हैं.

इससे पहले चिदंबरम ने कहा था कि उद्योगों सहित सभी क्षेत्र के लोगों को अर्थव्यवस्था के इस हालात के बारे में खुलकर बोलना चाहिए. उन्होंने कहा था, ‘हम जब अर्थव्यवस्था के बारे में बोलते थे तो हमसे चुप हो जाने को कहा जाता था. मगर सरकार ने जो घातक रास्ता चुना है उसके बारे में कांग्रेस खुलकर बोलती रहेगी.’