एक ओर जहां उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर दलित विरोधी होने के आरोप लग रहे हैं. वहीं अब सरकार अपनी छवी सुधारने में जुटी हुई है. कुछ दिन पहले अंबेडकर जयंती के मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ को 'दलित मित्र' अवॉर्ड दिया गया था, तो अब पूर्व यूपी डीजीपी बृज लाल को यूपी एससी/एसटी कमिशन का चेयरमैन नियुक्त किया गया है.
बृज लाल जनवरी 2015 में बीजेपी में शामिल हुए थे और उन्हें मायावती का बेहद करीबी माना जाता था. जब वो रिटायर हुए तब सभी को लगा कि ये पावरफुल दलित ऑफिसर बीएसपी में शामिल होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
जब 2007 में बीएसपी सत्ता में आई उस वक्त उनकी पोस्टिंग बतौर एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) हुई थी और बाद में डीजीपी बना दिया गया. हालांकि कई विपक्षी पार्टियों की शिकायत के बाद 2012 चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने उन्हें हटा दिया. उस समय बीजेपी ने चुनाव आयोग के इस कदम का सराहना की थी.
इंडियन एक्सप्रेस पर छपी खबर के मुताबिक, एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा कि एससी/एसटी कमिशन के चेयरमैन के रूप में बृज लाल को इसलिए नियुक्त किया गया है, ताकि बीएसपी चीफ मायावती व अन्य उन पार्टियों को जवाब दिया जा सके, जो बीजेपी को 'दलित विरोधी' बता रही हैं.