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नोटबंदी का विरोध मुद्दाविहीन राजनीति का गूंगा शोर: बीजेपी

नोटबंदी का एक साल पूरा होने पर आठ नवंबर को विपक्ष की ओर से ‘काला दिवस’ मनाया जा रहा है

Bhasha

नोटबंदी का एक साल पूरा होने पर आठ नवम्बर को विपक्ष की ओर से ‘काला दिवस’ मनाए जाने के एलान किया गया है. इस बीच बीजेपी ने नोटबंदी के विरोध को ‘मुद्दाविहीन राजनीति का गूंगा शोर’ करार दिया है. पार्टी का कहना है कि वह इस दिन को ‘कालाधन विरोध दिवस’ के रूप में मनाएगी.

बीजेपी के प्रान्तीय अध्यक्ष महेंद्रनाथ पाण्डेय ने कहा कि कालेधन पर लगी लगाम ही नोटबंदी के विरोध के पीछे की छटपटाहट है. नोटबंदी आजादी के बाद आर्थिक सुधार के लिए उठा सशक्त कदम है.


देश को आर्थिक महाशक्ति बनाने के मार्ग में नोटबंदी और जीएसटी मील का पत्थर साबित होंगे.

पाण्डेय ने कहा कि विपक्ष मुद्दाविहीन एवं नेतृत्व विहीन है. विपक्ष के तमाम चेहरे सत्ता से दूरी पर छटपटा रहे हैं.

आठ नवंबर को विपक्ष मना रहा है काला दिवस 

भ्रष्टाचार को शिष्टाचार बनाकर काम करने वाले राहुल गांधी सहित सारे विपक्ष की ओर से नोटबंदी का विरोध स्वाभाविक है. क्योंकि भ्रष्टाचार के साथ भ्रष्टाचार की सम्भावनाएं भी समाप्त हो गई हैं.

उन्होंने कहा कि आठ नवम्बर को देश के इतिहास में आर्थिक सुधार एवं कालाधन पर प्रहार के रूप में जाना जाएगा. बीजेपी उस दिन को ‘कालाधन विरोध दिवस’ के रूप में मनाएगी.

प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि लाखों करोड़ रुपए का कालाधन प्रचलन से बाहर होकर तिजोरियों में भरा पड़ा था, जिसने देश की आर्थिक चाल को सुस्त कर दिया था.

नोटबंदी के बाद वह धन बैंकों तक पहुंचा और सारा धन सरकार की नजर में आया. नोटबंदी का ही परिणाम है कि नोटबंदी के बाद 91 लाख नए आयकर दाताओं की संख्या बढ़ी.