महाराष्ट्र में लगभग 8 हजार ओला और उबर के कैब ड्राइवरों एक दिन की हड़ताल पर हैं. हड़ताल महाराष्ट्र सरकार की नई टैक्सी स्कीम के विरोध में है.
पिछले सप्ताह महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने ओला व उबर जैसी ऐप-बेस्ड टैक्सी सर्विस पर टैक्सी कानून 2017 के तहत नए नियम लागू किए हैं.
इसके बाद शुक्रवार को ओला व उबर ड्राइवर इस कानून के विरोध में एक दिन के हड़ताल पर हैं. उनका कहना है, ‘इस स्कीम से हमारा कोई फायदा नहीं है. हम इस एकतरफा टैक्सी स्कीम का समर्थन नहीं कर सकते हैं. इसलिए हमने ये हड़ताल शुरू किया है.’
इन नियमों के लागू होने पर फ्लीट टैक्सी सर्विस की कीमत सरकार तय करेगी. सभी गाड़ियों की परमिट और ड्राइवर को लाइसेंस रखना जरूरी है.
1400 सीसी से कम क्षमता की गाड़ियों के परमिट के लिए 25 हजार रुपए और इससे ज्यादा क्षमता की गाड़ियों के परमिट के लिए 2 लाख 61 हजार रुपए देना होगा. इस नियम में 980 सीसी से कम क्षमता की कोई भी टैक्सी नहीं चलेगी. गाड़ियां डीजल से नहीं चलेंगी. फ्लीट टैक्सी का ड्राइवर बिना कंपनी को बताए सेवा नहीं देगा.
ओला और उबर के चालक 14 मार्च को फिर से आजाद मैदान में हड़ताल करेंगे. अभी इस नियम पर अमल करने के लिए सरकार ने फ्लीट टैक्सियों को 6 महीने का समय दिया है.